– दंदरौआ धाम में महंत बाबा की पुण्य स्मृति में चल रहा है 29वां वार्षिक महोत्सव
भिण्ड, 11 नवम्बर। जिले के दंदरौआ धाम में गुरू महाराज 1008 पुरुषोत्तमदास महाराज महंत बाबा की पुण्य स्मृति में 29वां वार्षिक महोत्सव में महामण्डलेश्वर रामदास महाराज के सानिध्य में वाल्मीकि वाल्मीकि कृत श्रीराम कथा का आयोजन चल रहा है।
तीसरे दिन कथा व्यास महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि इस संसार में मनुष्य शरीर का भगवत प्राप्ति ही लक्ष्य है, मनुष्य का और कोई लक्ष्य नहीं है, मनुष्य के पास यह मानव शरीर धर्म की प्राप्ति के लिए ही बना है, जिसके लिए मानव यज्ञ, अनुष्ठान, तप करता है, लेकिन सबसे बड़ा तप है राम नाम का जप करना है, अगर कोई सामान्य मनुष्य वेद, मंत्र, पुराण या विद्वानों के बीच में नहीं सीख पाता है तो मंत्र राम नाम के जप से ही लक्ष्य प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि संसार में मनुष्य लौकिक या अलौकिक धर्म का पालन कर सकता है, लेकिन धर्म की रक्षा केवल ईश्वर आकर ही करते हैं। क्योंकि मनुष्य संसार में धर्म की रक्षा नहीं कर सकते केवल धर्म का पालन कर सकते हैं, जब संसार में पाप बढ़ जाता है तो धर्म की रक्षा करने वाले स्वयं भगवान प्रगट होते हैं। कथा के तीसरे दिन का भण्डारा समाजसेवी नाथूराम चुरारिया द्वारा दिया जा रहा है। इस अवसर पर महंत कालिदास महाराज, पूर्वमंत्री रुस्तम सिंह, पूर्व मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह, बृजेश उपाध्याय, जलज त्रिपाठी, सोनू शर्मा, प्रदीप सोनी, सोनेराम शर्मा, रमेश शर्मा, गोकुल परमार सहित हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।







