– ग्राम जिठासों में श्रीराम चरित मानस संत सम्मेलन आयोजित
भिण्ड, 17 अक्टूबर। श्रीराम की कथा में स्वयं हनुमान जी श्रोता बनकर कथा का श्रवण करते हैं। अमृतमयी श्रीराम चरित मानस संत सम्मेलन का श्रवण करने से मनुष्य जीवन के पापों से मुक्त हो जाता है। यह वचन संत माधवदास महाराज की पुण्य स्मृति में हनुमान मन्दिर ग्राम जिठासों में चल रही श्रीराम चरित मानस संत सम्मेलन के अंतिम दिन शुक्रवार को महामण्डलेश्वर महंत रामदास ने दिए।
उन्होंने कहा कि संत का समागम हो और हरि की कथा हो, यह दोनों चीजें बहुत दुर्लभ हैं। जिस स्थान पर संत के दर्शन और प्रवचन मिलते हैं, साथ ही श्रीराम कथा होती है, वहां पर मनुष्य को विशेष लाभ प्राप्त होता है। श्रीराम चरित मानस संत सम्मेलन में शास्त्री के श्रीमुख से किस व्यक्ति को ज्ञान प्राप्त हो जाए और उसका जीवन बदल जाए, इसके लिए हमें कथाओं का अनुशरण करना चाहिए।
महंत कालिदास महाराज ने कहा कि राम नाम की ज्योति जीवन में जलाकर रखें, यह ऐसी शक्ति है, जिससे मनुष्य ही नहीं, बड़े-बड़े देवता, दानव भी मोक्ष प्राप्त कर गए। इस मौके पर मंहत कमलदास महाराज टीकरी, महंत कालिदास महाराज तेजपुरा, रमेश सरपंच, जलज त्रिपाठी सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।