-सांसद संध्या राय और कलेक्टर ने लिया शंकराचार्य से आशीर्वाद
भिण्ड, 29 सितम्बर। नवरात्रि के पावन पर्व पर अटेर क्षेत्र के परा गांव में स्थित अमन आश्रम परिसर में चल रही श्रीराम कथा ज्ञानयज्ञ में अनन्त विभूषित काशी धर्म पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी नारायणानंद तीर्थ महाराज ने बताया कि जब सृष्टि में पृथ्वी के धारक गौ, ब्राह्मण, वेद, सती, नारी, सत्यवादी, निर्लोभी, दानशील का पतन होता है तो भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लेते हैं। सनातन धर्म में यज्ञ ही सृष्टि का मूल है और यज्ञ की पूर्णता गौ वंश के संरक्षण से ही सम्भव है। कितने दु:ख की बात है कि धर्म प्रधान भारतवर्ष में प्रतिदिन हजारों की संख्या में गौ वंश का क्षरण होता है। हम सबको गौ रक्षण के लिए प्रयत्नशील होना चाहिए।
शंकराचार्य ने कहा कि भगवान का भजन ही जीवन का मुख्य तथा अनन्य कर्तव्य है, इसलिए भजन खूब मन लगाकर ही करो, क्योंकि उसके बिना सब कुछ करना – पाना सर्वथा व्यर्थ है। जगत के कर्म तो दिखावे के लिये नाट्यवत ही करो, न तो उनमें जरा भी आसक्त होओ तथा न जगत के किसी भी प्राणी पदार्थ में तनिक भी ममता करो। पर भगवान का भजन तो अत्यन्त आसक्त होकर करो और अपनी सारी ममता सब जगह से बटोर कर एकमात्र भगवान में ही लगा दो। यह दृढ़ निश्चय कर लो कि एकमात्र भगवान ही हमारे हैं। जगत के प्राणी-पदार्थों के साथ तुम्हारा जो प्रेम का सम्बन्ध है, वह केवल भगवान के सम्बन्ध से ही है।
परा गांव में श्रीराम कथा का आयोजन नारायण सेवा समिति द्वारा ग्रामीणों के सहयोग से किया जा रहा है। श्रीराम कथा के आठवें दिन सांसद संध्या सुमन राय एवं कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा महाराज का पादुका पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया।