– आपदा प्रबंधन समूह की बैठक आयोजित
भिण्ड, 16 जून। बाढ-आपदा से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारी पहले से ही पूर्ण रखी जाएं। जिला स्तर पर जिला आपदा नियंत्रण एवं प्रबंधन कक्ष की स्थापना की जाकर तीन पारियों में (आठ-आठ घण्टे के मान से) कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाकर आपदा नियंत्रण एवं प्रबंधन कक्ष 24 घण्टे सतत् खुला रखें। यह बात कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बाढ आपदा प्रबंधन हेतु पूर्व तैयारी से संबंधित आवश्यक कार्रवाई एवं आपदा प्रबंधन की तैयारियों के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कही। इस अवसर पर अपर कलेक्टर एलके पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल एवं अंकुर रवि गुप्ता, एसडीएम गोहद-अटेर पराग जैन, एसडीएम भिण्ड अखिलेश शर्मा सहित समस्त विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय मौसम विभाग द्वारा प्रतिदिन जारी की जाने वाली चेतावनी जिला आपदा नियंत्रण एवं प्रबंधन कक्ष द्वारा मैदानी स्तर के अधिकारियों तक भेजने की व्यवस्था की जाए। प्रत्येक अनुभाग एवं तहसील में एक-एक आपदा नियंत्रण एवं प्रबंधन कक्ष स्थापित किया जाने हेतु समस्त अनुविभागीय अधिकरी एवं तहसीलदार को निर्देश दिए। उन्होंने जिले के विभिन्न विभागों के सभी जिलाधिकारी को अपने संबंधित विभाग के एक अधिकारी को नोडल अधिकारी चयनित कर उनके पते एवं दूरभाष मोबाइल नंबर की जानकारी संकलित कर जिला आपदा नियंत्रण एवं प्रबंधन कक्ष को भेजे जाने हेतु निर्देशित किया।
कलेक्टर श्रीवास्तव ने तालाबों, नालों, बांधों के तटबंधों का निरीक्षण कर सुदृढीकरण की कार्रवाई करने तथा तालाबों/ तलैयों से अतिक्रमण/ रुकवाटें हटाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में समस्त प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक दवाओं का भण्डारण वर्षा पूर्व आवश्यक रूप से करने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भिण्ड को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग द्वारा जिले में प्रमुख नदियों तथा जल स्तर की जानकारी प्रतिदिन नियमित रूप से जिला कंट्रोल रूम को दी जाए। कमाण्डेंट, होमगार्ड अपने स्वयं के पास बाढ संबंधी संसाधनों की उपलब्धता/ आवश्यकता का आंकलन कर मांग पत्रक तत्काल उपलब्ध कराएं एवं उपलब्ध संसाधनों की सूची उपलब्ध कराएं। संभावित बाढ प्रभावित क्षेत्रों में जवानों/ गोताखोरों को चिन्हित करें, कमाण्डेंट होमगार्ड द्वारा अपने विभाग व क्षेत्र में उपलब्ध/ चिन्हित कुशल तैराकों के नाम, पते व मोबाइल नंबर की ग्रामवार जानकारी जिला कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराएंगे। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा वर्षा पूर्व में सभी ग्रामों में पशुओं के प्रिवेंटिव वैक्सिनेशन व दवाईयों के संग्रहण आदि की व्यवस्था की जाए।
कलेक्टर श्रीवास्तव ने समस्त मुख्य नगर पालिका/ नगर परिषद अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि उनके क्षेत्र में भरे पटे नाले नालियों की सफाई करा ली जाए, निचली बस्तियों में जलभराव होने पर जल निकासी की व्यवस्था की जाए, बाढ की स्थिति निर्मित होने की संभावना को दृष्टिगत सभी नगरीय निकाय अपने यहां आपदा बचाव दल गठित कर क्रियाशील करेंगे।