– आंगनबाडी केन्द्रों पर लगाई गई पोषण प्रदर्शनी
भिण्ड, 17 सितम्बर। सितंबर 2024 को सभी आंगनबाडी केन्द्रों पर पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण माह के अंतर्गत परियोजना गोहद की सभी आंगनबाडी केन्द्रों पर राष्ट्रीय पोषण माह के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर परियोजना गोहद के सेक्टर मालनपुर के आंगनबाडी केन्द्र गुरीखा में मंगलवार को टीएचआर से बने व्यंजनों की पोषण प्रदर्शनी लगाई गई। आंगनबाडी केन्द्रों पर बच्चों व माताओ को सही पोषण एवं स्वस्थ शिक्षा व कुपोषण पर जागरूक होने के लिए बताया गया।
इस अवसर पर परियोजना समन्वयक पूजा दुबे ने कहा कि हम सबका है एक ही नारा, पोषण है अधिकार हमारा। पोषण माह देशभर में हर साल एक से 30 सितंबर तक सही पोषण हेतु जागरुकता बढाने के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष सातवां पोषण माह मनाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य से संबंधित कई बिंदुओं पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है, जिसमें से एक मुख्य विषय है ‘एनीमिया’ जो कि भारत के हर वर्ग में देखने को मिलता है, विशेषकर महिलाओं व बच्चों में गर्भावस्था के दौरान आयरन की कमी से मातृ एवं शिशु को खतरा हो सकता है। इसकी कमी से बच्चों में संक्रमण की आशंका बढ जाती है और सीखने की क्षमता कम हो जाती है। आयरन (लोह तत्व) की आवश्यकता हीमोग्लोबिन संश्लेषण के लिए होती है तथा यह मानसिक कार्य करने एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है। आयरन की कमी से एनीमिया हो जाता है।
उन्होंने कहा कि कुछ मुख्य खान-पान संबंधित बातें जिससे इसे रोका तथा दूर किया जा सकता है। अपने दैनिक आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे- पालक, मैथी, अरबी के पत्ते, पुदीना तथा चने, अंजीर व हलीम के बीज शामिल करें। आप अनार, गाजर तथा चुकंदर को सूप, जूस या सलाद के रूप में ले सकते हैं। कार्यक्रम में परियोजना गोहद से सेक्टर पर्यवेक्षक सुनीता छारी एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताएं, सहायिकाएं, समाजसेविकाएं, ग्रामवासी उपस्थित रहे।