सुप्रीम कोर्ट आदेश के समर्थन एवं राज्य में लागू करने के लिए करेंगे आंदोलन

-मेहगांव एवं मालनपुर में राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ली बैठक

भिण्ड, 25 अगस्त। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से संपूर्ण वाल्मीकि समाज एवं अनुसूचित जाति वर्ग की वंचित, शोषित, गरीबों में खुशी की लहर है। लेकिन समाज के सक्षम लोग जिन्होंने आरक्षण पीढ़ी दर पीढ़ी लाभ लिया है, अनुसूचित जाति की भोलीभाली समाज को गुमराह करके सडक पर उतार दिया। यह बात राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी मजदूर यूनियन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट गुड्डू वाल्मीकि ने मेहगांव एवं मालनपुर में वाल्मीकि समाज की बैठक में कही।
उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने एक अगस्त 2024 को दिए फैसले में अजा एवं अजजा को दिए जा रहे आरक्षण में उप वर्गीकरण के फैसले एवं क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले से देश के गरीब, वंचित, शोषित, पिछडी जातियों में खुशी की लहर थी तथा समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा से जोडने के अवसर खुल गए थे। लेकिन चंद नेताओं ओछी मानसिकता के कारण सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के विरोध में गरीब लोगों को सडकों पर उतार दिया, जो कि गलत है। वाल्मीकि समाज इसका विरोध करता है और जल्द ही भिण्ड मुख्यालय पर जन आंदोलन कर मुख्यमंत्री मोहन सिंह यादव के नाम ज्ञापन सौंपकर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को मप्र राज्य में लागू करने की मांग की जाएगी। बैठक में यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव रूपेश पाथरे, मीडिया प्रभारी रजत बंटी पाथरे, रवि डागोर, आकाश करोसिया सहित वाल्मीकि समाज के कई लोग मौजूद रहे।