-दंदरौआ धाम में हजारों शिष्यों ने रामदास महाराज से लिया आशीर्वाद
भिण्ड, 21 जुलाई। जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल ददरौआ धाम में गुरू पूर्णिमा के मौके पर रविवार को आश्रम पर दिन भर पूजा-पाठ का दौर चलता रहा। शिष्यों ने अपने गुरू श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर रामदास महाराज को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ ही कई लोगों ने महाराज से गुरू दीक्षा भी ली। बताया जाता है कि परंपरा के अनुसार गुरू पूर्णिमा पर ली गई दीक्षा का विशेष महत्व होता है। पावन दंदरौआ धाम में रविवार को अल सुबह से ही भक्तों का ताता लगा रहा।
इस अवसर पर महंत रामदास महाराज ने कहा कि जैसे सूर्य के ताप से तप्त भूमि को वर्षा से शीतलता एवं फसल पैदा करने की शक्ति मिलती है, वैसे ही गुरु-चरणों में उपस्थित साधकों को ज्ञान, शांति, भक्ति और योगशक्ति प्राप्त करने की शक्ति प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि यदि गुरू की कृपा चाहिए तो अपने अंदर शिष्यत्व भाव, गुरू के प्रति समर्पण व श्रद्धाभाव को चैतन्य रखना होगा। गुरू बनाने का विचार भीतर से उत्पन्न होना चाहिए। जब तक गुरू के प्रति समर्पण भाव नहीं होगा तब तक जीवन सफल नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि गुरू के प्रति श्रद्धा, समर्पण का भाव हो गया तो जीवन का कल्याण अवश्य होगा। इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने हनुमानजी के दर्शन कर महामण्डलेश्वर रामदास महाराज से आशीर्वाद लिया। हनुमानजी के दर्शन और महाराज से गुरू दीक्षा लेकर लोगों ने सही मार्ग पर चलने का वचन दिया। गुरू पूर्णिमा के मौके पर भिण्ड-दतिया सांसद संध्या राय भी महाराज से आशीर्वाद लेने मन्दिर परिसर में पहुंची। इस अवसर पर रामवरन पुजारी, जलज त्रिपाठी, पवन शास्त्री, विनोद दीक्षित एडवोकेट, राजेन्द्र दद्दा, नरसी दद्दा सहित अनेक शिष्यगण मौजूद रहे। धाम परिसर में देर शाम तक झांकी एवं भजन कीर्तन का आयोजन होता रहा। मन्दिर प्रबंधन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया।