ग्राम नरौल में साला सरकार पर चल रही है श्रीमद् भागवत कथा
भिण्ड, 22 दिसम्बर। दबोह क्षेत्र के ग्राम नरौल में साला सरकार पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास पं. रामप्रकाश व्यास ने हिरणय कश्यप वध एवं बालचरित्र श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई। भगवान के जन्म के उपरांत पूरा पण्डाल जगमगा उठा और नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गूंज से गूंज उठा। उन्होंने सुंदर भजन गायन द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव से सभी को आनंदित कर दिया।
भागवताचार्य पं. रामप्रकाश व्यास ने कहा कि पाप जब बढता हैं तो भगवान का अवतार होता है, उनके अवतार से सब भक्तों का बेडा पार होता है, धर्म की स्थापना के लिए भगवान अवतार लेते हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा सबसे बड़ा पुण्य होता है, माता-पिता संसार में प्रत्यक्ष देवता हैं, इनकी सेवा ही सबसे बडा भजन है। आप भजन न करें, मन्दिर न जाएं, कथा न सुनें चलेगा, पर यदि आप अपने माता-पिता की सेवा नहीं करते है तो नहीं चलेगा। जो व्यक्ति अपने माता-पिता को कष्ट देता है वो जीवन में कभी सुखी नहीं रह सकता, माता पिता की आंखंो से जीवन में सिर्फ दो ही बार आंसू निकलते हैं, जब बेटी घर छोडकर जाती है और दूसरा जब बेटा मुख मोडता है। भगवान राम ने भी कहा है कि वही पुत्र भाग्यवान होता है जो माता-पिता के वचनों को मानता है, ऐसे व्यक्ति की मुट्ठी में पुण्य के चारों पदार्थ- अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष होते हैं। माता-पिता के लिए बेटा प्राणों से प्रिय होता है।
साला सरकार मन्दिर पर आयोजित भागवत कथा में परीक्षित बनने का सौभाग्य रेखादेवी/ बट्टूलाल तिवारी तिवारी को श्रीगोंड बाबा महाराज की कृपा से प्राप्त हुआ है। भक्तों को संगीतमय भागवत कथा दोपहर एक बजे से शाम को छह बजे तक श्रवण कराई जा रही है। कृष्ण जन्म के शुभ अवसर पर शुक्रवार को विशाल भण्डारा संजय शर्मा एटोंदा वाले द्वारा कराया गया।
भागवत कथा में पहुंचे दंदरौआ महंत
दंदरौआ धाम के महामण्डलेश्वर मंहत रामदास महाराज शुक्रवार को भागवत कथा में पहुंचे। कथा ब्यास पं. रामप्रकाश व्यास ने माला पहनाकर उनका अभिवादन किया।