आईसीजेएस अवॉर्ड में मध्य प्रदेश अभियोजन को मिला तीसरा स्थान

प्रथम महिला संचालक मप्र अभियोजन सुषमा सिंह के नेतृत्व में मिली सफलता
लगातार तीसरे वर्ष मप्र अभियोजन को मिला आईसीजेएस अवॉर्ड

भोपाल, 22 दिसम्बर। आईसीजेएस प्रोजेक्ट को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए ‘प्रासीक्यूशन पिलर’ के रूप मे संचालक/ महानिदेशक श्रीमती सुषमा सिंह के नेतृत्व में एवं संयुक्त संचालक रामेश्वर कुमरे के दिशा निर्देशन मे मध्य प्रदेश अभियोजन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा नई दिल्ली में सरदार बल्लभभाई पटेल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में ये पुरस्कार प्रदान किया गया। मप्र अभियोजन की ओर से एडीपीओ अमित शुक्ला ने पुरस्कार ग्रहण किया।

जनसंपर्क अधिकारी अभियोजन भोपाल मनोज त्रिपाठी ने बताया कि आईसीजेएस प्रोजेक्ट के तहत प्रतिदिन की आपराधिक कार्रवाईयों को सीसीटीइनएस/ आईसीजेएस के अंतर्गत दर्ज किया जाता है। पुलिस, अभियोजन, एवं न्यायपालिका सभी अपनी प्रतिदिन की कार्रवाई को उक्त प्रोजेक्ट के तहत दर्ज करती हैं, जिसमें पूरे देश के अभियोजन में मप्र अभियोजन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। संचालक/ महनिदेशक श्रीमती सुषमा सिंह ने हर्ष जाहिर करते हुए व्यक्त किया कि मप्र अभियोजन निरंतर बेहतरीन कार्य कर रहा है, महिला अपराधों एवं चिन्हित प्रकरणों की पैरवी में मप्र अभियोजन ने अपना परचम लहराया है और आगे भी निरंतर पीडितों की पूर्ण सहायता एवं आरोपियों को उनके द्वारा किए अपराधों के लिए दण्डित कराने हेतु पूरे मनोयोग से कार्य करेगा। मप्र अभियोजन की इस सफलता पर प्रभारी उपसंचालक अभियोजन भोपाल राजेन्द्र उपाध्याय, डीपीओ विदिशा जगपाल तोमर, सहायक संचालक अभिषेक बुंदेला, मनोज पटेल एवं संचालनालय के सभी कर्मचारियों ने प्रसन्नता वक्त करते हुए बधाई दी है।