बेटे भाग्य से सौभाग्य से होती हैं बेटियां : पुरोहित

बेटा बेटी में भेदभाव के अंतर को मिटाने केएएमपी संगठन ढोल नगाड़ों के साथ कराता है बेटियों का गृह प्रवेश
बेटी के जन्म पर पुरोहित परिवार ने संगठन द्वारा कराया नवजात का स्वागत समारोह

भिण्ड, 02 अक्टूबर। शहर के युवाओं ने बेटियों के प्रति लोगों की सोच बदलने, लिंग भेदभाव को मिटाने के लिए तीन वर्ष पूर्व केएएमपी (कीरतपुरा एसोसिएशन मैनेजमेंट ऑफ पावर्टी) नाम से संस्था का निर्माण कर बेटी के पैदा होने वाले घरों के लोगों से संपर्क कर घर को फूलों से सजाकर ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से गृह प्रवेश कराने कराने का कार्यक्रम शुरू किया था। संस्था द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की ख्याति जैसे-जैसे बढ़ती गई लोग भी जुड़ते चले गए लोगों ने बेटी के जन्म पर संस्था के लोगों से संपर्क करना भी शुरू किया, केएएमपी संस्था द्वारा अब तक 65 नवजात बेटियों का धूमधाम गृह प्रवेश करवाकर लोगों में बेटा और बेटियों में भेदभाव की सोच को बदलने का कार्य किया है।
संस्था अध्यक्ष तिलक सिंह भदौरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जब हमने संस्था की शुरुआत की थी तब हमने भी नहीं सोचा था कि हमने जो बीड़ा उठाया है, बेटियों को लेकर लोगों की सोच बदलने का उसमें नवजात बेटियों के परिजन भी आगे आएंगे, पहले हम सभी साथी अस्पताल में जानकारी करके परिजनों से संपर्क करते थे, आज जब लोग बेटी के जन्म पर धूमधाम से गृह प्रवेश पर संपर्क करते हैं तो हम सभी साथियों को बहुत प्रशन्नता होती है।

नवजात बेटी का ग्रहप्रवेश एवं तुलादान करतीं महिलाएं

अटेर रोड के के अंपायर निवासी श्रीमती पुष्पा पुरोहित पत्नी रमेश पुरोहित हुलापुरा वाले के यहां जब उनकी पुत्रवधु ज्योति विवेक पुरोहित ने कन्या को जन्म दिया तो पूरे परिवार में खुशी का ठिकाना नहीं रहा, नवजात के बड़े पापा शैलेन्द्र पुरोहित और बड़ी मम्मी अपर्णा ने ग्रह प्रवेश धूमधाम से करने का निश्चय कर केएएमपी संस्था से संपर्क किया। संस्था के सदस्यों ने तैयारी कर बैंड बाजों के साथ कन्या को चिकित्सालय से घर लाया गया, इसके साथ ही बिटिया की बड़ी माँ अपर्णा शर्मा, बुआ नेहा, प्रियंका द्वारा घर पर कन्या का पारंपरिक रूप से स्वागत करते हुए कन्या के पदचिन्हों की छाप ली गई और माता-पिता का भी स्वागत किया गया। साथ ही, मिष्ठान के साथ तुलादान भी कराया गया और कलश आचमन के साथ कन्या का गृह प्रवेश भी कराया गया। नवजात के दादा रमेश पुरोहित ने संस्था के सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कन्या के रूप लक्ष्मी पाकर मैं धन्य हो गया, बेटे तो भाग्य से पैदा होते हैं पर बेटियां सौभाग्य से पैदा होती हैं और हमारा परिवार बेटी को पाकर सौभाग्यशाली बन गया।
इस अवसर पर परिवारीजन श्रीमती विमला दीक्षित, बड़े पापा शैलेन्द्र शर्मा (शैलू), नेहा शर्मा, श्रीमति प्रियंका, कृष्णा, कार्तिक, शिवांग, अनंत, अनमोल, अंजली पाण्डेय, अनुश्री पुरोहित, डीएन तिवारी, ब्रजमोहन शर्मा, दीपक प्रजापति, रविप्रजाति, अवनीश भदौरिया, मीना शर्मा, मोना शर्मा, सरोज, भूरिया, प्रमोद सिंह वैश्य, उमादेवी, अरुण वैश्य, गुडिय़ा और गिरिराज पांडेय एवं केएएमपी सदस्य श्रवण पाठक, धीरज शुक्ला, प्रभात राजावत, प्रदीप भदौरिया, अखिलेन्द्र तोमर, सोनू तोमर, नीरज भदौरिया, चंद्रपाल भदौरिया, रितेश भदौरिया, धर्मवीर यादव, दीपक मिश्रा, संतोष शर्मा, अंकुल तोमर, राहुल भदौरिया, सनी भदौरिया, अभिनाश भदौरिया और तिलक सिंह भदौरिया एवं परिवारीजन और नगरवासी उपस्थित रहे।