विधिक साक्षरता एवं जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना का हुआ वाचन

भिण्ड, 27 नवम्बर। प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड सुरभि मिश्रा के निर्देशानुसार एवं जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिविसेप्रा हिमांशु कौशल के मार्गदर्शन में संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की प्रस्तावना का वाचन सह विधिक साक्षरता एवं जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अटेर रोड स्थित कोचिंग क्लासेस में विधिक जागरुकता शिविर एवं भारत के संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कोचिंग क्लास के समस्त छात्र-छात्राओं के साथ किया गया।
कार्यक्रम में पीएलव्ही भिण्ड शैलेन्द्र सिंह परमार ने अपने उदबोधन में समस्त छात्र-छात्राओं को संविधान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संविधान भारत का मूल दस्तावेज है, जिसके अंतर्गत न सिर्फ उनके मूल अधिकार एवं कर्तव्य आदि प्रदाय किए गए हैं, बल्कि भारतीय कानून व्यवस्था सरकार आदि को भी सजोह कर उनकी शक्तियों तथा उन शक्तियों के प्रयोग आदि का वर्णन भी किया गया है। इसलिए सभी बच्चों के लिए यह जानना आवश्यक है कि वे संविधान के प्रति जागरुक बनें तथा संविधान के आर्दशों का पालन करें। साथ ही मूल अधिकारों एवं कर्तव्यों के संबध में भी विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में कोचिंग क्लासेस के समस्त अध्यापकगण, बच्चे उपस्थित रहे।