बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित कई प्रकरणों का हुआ निराकरण
भिण्ड, 23 जून। जनपद पंचायत गोहद कार्यालय के सभाकक्ष में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की खण्डपीठ में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो सहित आयोग की सदस्य डॉ. निवेदिता शर्मा एवं ओंकार सिंह द्वारा बाल अधिकारों के उल्लघंन, स्वास्थ्य, जुवेनाइल जस्टिस, शिक्षा, पॉक्सो सहित विभिन्न विभागों के आवेदन पंजीयन हुए, जिनकी सुनवाई की गई। कई प्रकरणों का मौके पर ही निराकरण किया गया एवं शेष शिकायतों के संबंध में अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर हितलाभ संबंधित प्रमाण पत्र, हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री स्कूल की बोर्ड परीक्षा में प्रदेश की सूची में नाम दर्ज करने वाले छात्रों का सम्मान किया गया, दिव्यांगों को व्हील चेयर एवं किट का वितरण भी किया गया, कैम्प लगाकर आधार कार्ड बनाए गए तथा बैंक खाते खोले गए। इस दौरान महिला बाल विकास अधिकारी अब्दुल गफ्फार, एसडीएम गोहद शुभम शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से पीडि़तों को हितलाभ दिए जाने का कार्य आयोग द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बाल श्रम पर विधिसंगत कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में किशोर बाल न्याय की कार्रवाई भी की जा सकती है। इस संबंध में मामलों को आयोग के संज्ञान में भी लाया जाए, जिसकी समुचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने शिविर में उपस्थित विभिन्न विभागीय अधिकारियों को समझाइश दी कि वे अपने-अपने विभागों से संबंधित बाल अधिकारों के नियमों एवं हितलाभों से बालक-बालिकाओं को लाभान्वित कराना सुनिश्चित कराएं जिससे उनका पोषण और पुर्नवास संभव हो सके। उन्होंने कहा कि पीडि़त मानवता की सेवा करना मानव का परम धर्म है। वहीं केन्द्र एवं प्रदेश शासन की मंशा भी है कि शोषित एवं पीडि़त व्यक्तियों को लाभान्वित कराकर उन्हें मुख्य धारा में लाया जाए।
उन्होंने कहा कि हमारे देश में असहाय, निर्बल और पीडि़तजनों की सेवा करना उनकी मदद कर उन्हें आगे बढ़ाने में सहयोग करने की पौराणिक परंपराएं रही हैं। जिन्हें आगे बढ़ाने में सभी अधिकारी, कर्मचारी जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं अन्य लोग आगे आएं, जिससे इस परंपरा को जीवंतता प्रदान की जा सके। उन्होंने महिला बाल विकास के क्षेत्रीय अमले से रूबरू होकर ग्रामीण स्तर पर कार्य करने एवं योजनाओं को पर्णित करने के संबंध में जानकारी भी ली। उन्होंने शासन के विभिन्न विभागों के क्षेत्रीय अमले को अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन के साथ-साथ आम लोगों को जागरुक करने तथा उन्हें विभागीय योजनाओं की जानकारी देकर उनका लाभ दिलाने में मानवीय मदद भी करने के निर्देश दिए।
आयोग अध्यक्ष ने किया आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने आदर्श एवं आधुनिक आंगनबाड़ी केन्द्र सिंघवारी का निरीक्षण कर बच्चों से चर्चा की।