मप्र हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन तिवारी ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह के बयान पर किया पलटवार
भिण्ड, 18 अप्रैल। लहार से कांग्रेस विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने रानी कमलापति के बारे में जो बयान दिया है, वह सिर्फ भोपाल की अंतिम हिन्दू शासक का अपमान नहीं है, बल्कि समूचे गोंड समाज, आदिवासी समाज का अपमान है। कांग्रेसी नेता सोनिया गांधी एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ यह स्पष्ट करें कि वह नेता प्रतिपक्ष के इस बयान से सहमत हैं या नहीं? अगर वह उनके इस बयान से असहमति रखते हैं, तो उन्हें समूचे आदिवासी समाज से, प्रदेश की जनता से नेता प्रतिपक्ष के इस बयान के लिए माफी मांगें। यह बात भाजपा के पूर्व संगठन महामंत्री, मप्र हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन दर्जा कैबिनेट मंत्री प्राप्त एवं लहार आकांक्षी विधानसभा प्रभारी आशुतोष तिवारी ने कही।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी नेता प्रतिपक्ष की फूहड़ टिप्पणी की कड़ी निंदा करती है। नेता प्रतिपक्ष के बयान कांग्रेसका आदिवासी विरोधी चेहरा प्रदेश की जनता के सामने आ चुका है, जो महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं, उनके ही कांग्रेस के नेता वीरांगना भारत की नारी कमलापति के बारे में इस प्रकार की अशोभनीय टिप्पणी कर महिलाओं को अपमानित करने का कार्य किया है इस प्रकार के वक्तव्य कांग्रेस के हमेशा दुर्भाग्यपूर्ण रहे हैं। आदिवासियों, दलितों, बलिदानियों का अपमान कांग्रेस का चरित्र जनता के सामने आ चुका है। कांग्रेस आदिवासियों, महिलाओं, दलितों और देश के लिए बलिदान देने वाले क्रांतिकारियों का लगातार अपमान करती रही है, यही उसका चरित्र है। आजादी के 75 वर्षों के बाद देश में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने जनजातीय समाज की बहन द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाया, तो कांग्रेस को यह हजम नहीं हुआ और कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने संसद में उनका अपमान किया। हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों से भोपाल की हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम पर किया गया, ताकि भोपाल की अंतिम हिन्दू शासक और समूचे गोड समाज को वह सम्मान मिल सके, जिसके वो हकदार हैं। हमारी युवा पीढ़ी रानी कमलापति के संघर्ष और बलिदान के बारे में जान सके। लेकिन आदिवासी विरोधी कांग्रेस को यह काम रास नहीं आया, इसलिए कांग्रेस के लोग बाबा साहेब की जयंती के कार्यक्रम में फूहड़ टिप्पणी करके ठहाके लगा रहे हैं और रानी कमलापति के साथ-साथ बाबा साहेब अंबेडकर का भी अपमान कर रहे हैं। कांग्रेस के पास कुछ बचा नहीं है, इस प्रकार के कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह हो या कमलनाथ हो समाज विरोधी राष्ट्रीय विरोधी वक्तव्य देकर समाज को छोटा भ्रमित करने का काम करते हैं।
हाउसिंग बोर्ड अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार तक सिमट कर रह गई है। गोविन्द सिंह और दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेस के नेता उसी परिवार के दरबारी हैं। कांग्रेस अप्रासांगिक हो गई है और उसके पास कुछ बचा नहीं है। कांग्रेस के नेता अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं और उस अस्तित्व को बचाने की लड़ाई आपस में ही लड़ रहे हैं। आश्चर्य की बात है कि उसी कांग्रेस के लोग रानी कमलापति और आदिवासी समाज का अपमान कर रहे हैं तथा भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि वह महाराजाओं की तरफ जा रही है। कांग्रेस का चरित्र दोहरा कांग्रेसी ओछी मानसिकता को उजागर कर चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर देश-प्रदेश में बच्चों के व्यक्तित्व का निर्माण और विकास किया जाता है, तो अच्छी बात है। ऐसा होना चाहिए और हमारी परंपरागत जीवन पद्धति में परिवार, समाज और स्कूलों में बच्चों को संस्कार देने का काम होता रहा है। तिवारी ने कहा कि जिस कांग्रेस का नेतृत्व देश तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़ा है, जो ताकतें देश का विघटन करना चाहती हैं, उनके साथ खड़ा है। उसी कांग्रेस के लोग यह कह रहे हैं कि बाल कांग्रेस बच्चों में सामाजिक समरसता के विकास के लिए काम करेगी। यह कांग्रेस और उसके नेताओं का दोहरा चरित्र नहीं, तो और क्या है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस में महापुरुषों का सम्मान नहीं उन्हें अपमानित करने का कार्य किया जाता है रानी कमलापति देश के लिए अपने शरीर का एक-एक अंग न्यौछावर कर देश को स्वतंत्र कराने में अपनी अहम भूमिका निभाई जब मोदी ने उनके नाम से हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति रखा तो कांग्रेस के क्यों हो रहा है दर्द यह मालूम नहीं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, यह कांग्रेस महापुरुषों की विरोधी है।