सेंट्रल बैंक फूफ के कर्मचारियों से उपभोक्ता परेशान

देखने को मिली कई अनियमितताएं

भिण्ड, 02 सितम्बर। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा फूफ के कर्मचारियों की कार्यप्रणाली को देखते हुए अब ग्राहक असंतुष्ट होने लगा हैं। आए दिन धारकों की बैंक के कर्मचारियों द्वारा की जा रही कार्य के प्रति लापरवाही करने की शिकायत सामने आ रही है।
मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा सभी ठेला व रेड़ी वालों को एक हजार प्रति माह वापसी के साथ दस हजार रुपए का लोन उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया था। इसके विपरीत सेंट्रल बैंक फूफ के कर्मचारियों ने हितग्राहियों के खातों में दस हजार रुपए डालकर होल्ड करके किसी को चार तो किसी को छह हजार रुपए के लोन का भुगतान किया। उधर फूफ निवासी उमेश शर्मा नामक व्यक्ति की 25 हजार की एफडी कराने के बाद 70 हजार रुपए लोन का एक साल पहले आवेदन पास होने के बाद भी अभी तक भुगतान नहीं किया गया। उपभोक्ता का कहना है बैंक कर्मचारियों द्वारा आजकल आजकल करके एक साल बिता दिया गया लेकिन अभी तक लोन का भुगतान नहीं किया गया। वहीं दूसरी तरफ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया कि कियोस्क चलाने वाले रोहित राजौरिया पर भवनपुरा निवासी दीपू सिंह भदौरिया ने आरोप लगाया है कि उसके द्वारा मेरे से एक बार 200 व एक बार 100 रुपए लेने के बावजूद दस से ज्यादा दिन हो जाने के बाद भी खाता नहीं खोला गया। इस बात की शिकायत सेंट्रल बैंक फूफ के शाखा प्रबंधक से करने के बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला एवं आजकल आजकल कर के समय बर्बाद किया जा रहा है।

पासबुकें नहीं हो रही प्रिंट

सेंट्रल बैंक शाखा फूफ में उपभोक्ताओं की पासबुकें प्रिंट नहीं की जा रही हैं, इससे पासबुक अद्यतन नहीं होने के कारण लोगों को बैलेंस एवं आय-व्यय का हिसाब लगाना मुश्किल हो रहा है। बैंक कर्मचारी कभी प्रिंटर खराब तो कभी स्टाफ की कमी का बहाना करते रहते हैं और पासबुक प्रिंट कराने आने वाले उपभोक्ता अपना समय नष्ट कर वापस घर जाने को मजबूर होते हैं।