परिजनों की सहमति से 70 बिन्दुओं वाला प्रस्ताव पारित
सीएमओ एक माह से गायब, प्रभारी चला रहे हैं निकाय
भिण्ड, 02 मार्च। नगर परिषद मालनपुर की बैठक गत शुक्रवार को निकाय मीटिंग हॉल में आयोजित की गई। इस अवसर पर महिला पार्षदों के साथ उनके परिजनों की सहमति से 70 विंदुओं वाला प्रस्ताव पारित किया गया। जबकि कलेक्टर ने आदेश जारी किया था कि निकाय एवं पंचायत आदि की बैठकों में महिला पार्षदों एवं पंचों के साथ उनके परिजनों को बैठने की अनुमति नहीं दी जाना चाहिए। बावजूद इसके निकाय सीएमओ ने कलेक्टर के इस आदेश का पालन नहीं किया।
नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ द्वारा एजेंडा सूचना 21 मार्च की बैठक की निकाली गई थी, जिस पर शुक्रवार को नगर परिषद मालनपुर के 14 पार्षद बैठक में शामिल हुए। बैठक में नगर परिषद क्षेत्र की नाली खरंजा आदि विकास हेतु सहमति चाही गई, जिसमें जिला कलेक्टर भिण्ड द्वारा आदेश दिया जा चुका है कि पार्षद, जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायत में चुने हुए प्रतिनिधि ही बैठक में भाग लेंगे। परंतु मालनपुर नगर परिषद में महिला पार्षदों के साथ उनके पुत्र व पतियों को बैठक में देखा गया। कोई पत्रकार फोटो आदि कबरेज न ले, इसलिए पत्रकारों को प्रतिबंधित कर मीटिंग हॉल को अंदर से कुंडी बंदकर बैठक आयोजित की गई।
क्षेत्र की जनता को आशा थी कि नगर परिषद बनकर विकास होगा, परंतु नगर परिषद मालनपुर में विकास नगर करते न हुए विकास अवरुद्ध करने पर उतारू हैं। वार्ड क्र.13, 14 का विकास दोनों पार्षद आपस में एक दूसरे के विरोध करते हैं, मालनपुर परिषद में एक माह के करीब सीएमओ न बैठने से वित्तीय कार्य रुके पड़े हैं। यह बैठक सीएमओ की जगह स्वच्छता अधिकारी राघवेन्द्र शर्मा ने ली। इस बैठक में विकास की योजना रखने के लिए परिषद द्वारा 72 बिंदुओं पर थी। दो वार्डों 13 और 14 में विवाद के चलते आगामी बैठक में निर्णय लेने पर प्रस्ताव पास हुआ। अन्य 70 बिंदुओं पर सभी पार्षदों की सहमति हुई, नगर परिषद अध्यक्ष रायश्री मुकेश किरार ने सभी राय से मोहर लगा दी।
लापरवाही के लगाए आरोप
नगर परिषद मालनपुर में जनता के कार्य करने में हो रही लापरवाही की सूचना के आवेदन नगर परिषद अध्यक्ष एवं सीएमओ को सेक्टर अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी कुंदन सिंह तोमर मालनपुर द्वारा दिए गए। जिसमें छह बिंदुओं में लिखा गया है कि परिवार आईडी संशोधन कार्य धीमी गति से, खाद्यान पर्ची पार्षद द्वारा चित-परिचित को ही देना, जिला कलेक्टर के आदेश के अनुसार बैठक में महिला पार्षद के साथ परिजन नहीं जाना चाहिए, लाड़ली बहना योजना के फार्म आवेदन पार्षद द्वारा घर पर लिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास के फार्म हितग्राही से स्वयं पार्षद को न लेते हुए परिषद में दिए जाएं। डोर टू डोर कचरा गाड़ी पर चलने वाले कर्मचारी रोड से कचरा नहीं उठाने आदि को निराकरण किया जाए।