प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत की जांच का आवेदन देने पर पार्षदों में हुई बहस

भिण्ड, 23 दिसम्बर। नगर पालिका गोहद के अध्यक्ष पद के चुनाव में दंदरौआ मन्दिर पर हमेशा साथ रहने की कसम लेने वाले पार्षद अब अपनी ढपली अपना राग अलापने लगे हैं। यहां वार्ड क्र.छह के पार्षद दिनेशचंद्र शुक्ला ने वार्ड क्र.एक के प्रधानमंत्री मंत्री आवास के स्वीकृत 87 प्रकरणों की किश्त जांच उपरांत ही जारी करने का आवेदन सीएमओ को दिया है। इस शिकायत के बाद पार्षदों की एकता तार-तार हो गई और जमकर एक दूसरे पर बरसे। वहीं कुछ पार्षदों का कहना था कि या तो सभी वार्डों की किश्त रोकी जाए या फिर सभी की जारी की जाए।
गोहद नगर पालिका वार्ड क्र.छह के पार्षद दिनेशचंद्र उर्फ लल्ली शुक्ला ने 16 नवंबर को सीएमओ को लिखित आवेदन में वार्ड क्र.एक के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अपात्र हितग्राहियों को गलत दस्तावेज प्रस्तुत कर आवास स्वीकृत किए गए उनको निरस्त किया जाए। स्वीकृत 87 आवासों में आधे से अधिक पात्रता की श्रेणी में नहीं आते हैं, नगर पालिका के कर्मचारियों ने स्वयं लाभ लेकर अपात्र लोगों को पात्र बना दिया है। इस संबंध में नगर पालिका परिषद के संकल्प क्र.तीन, 31 अगस्त 2022 को आवास हितग्राहियों की जांच हेतु छह सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया था। साथ ही जांच दल को एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश जारी किया गया था। परंतु आज दिनांक तक जांच दल द्वारा कोई भी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई, जो परिषद के ठहराव की अव्हेलना है। यहां पार्षद ने बताया कि वार्ड क्र.एक की सूची में ऐसे लोगों के नाम स्वीकृत किए गए हैं, जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मापदण्डों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसलिए जांच उपरांत ही राशि जारी करना न्यायोचित होगा। प्रधानमंत्री आवास सूची की जांच की मांग को लेकर गंधर्व सिंह द्वारा छह अगस्त 2022 को एवं समस्त वार्ड की जनता द्वारा जनसुनवाई में कलेक्टर को आवेदन दिया है। जिसमें तहसीलदार व आरआई द्वारा प्रमाणित सत्य पतिलिपि सलंग्न है। साथ ही शिकायतकर्ता द्वारा सूची में शामिल उन पात्र लोगों की वास्तविक संपति से भी अवगत कराया गया है, जिससे वो हितग्राही पात्रता की सूची में नहीं आते हैं।

इनका कहना है-

मेरे पास वार्ड क्र.एक के नागरिक जिन्होंने कलेक्टर, सीएमओ को जांच हेतु आवेदन दिया, उनके पास सूची में शामिल पात्र हितग्राहियों के अपात्र होने के पर्याप्त आधार है, वहीं परिषद के ठहराव पर गठित दल द्वारा जांच रिपोर्ट क्यों नहीं प्रस्तुत की गई, इनको दरकिनार कर किश्त जारी करने के प्रयास क्यों किए जा रहे हैं।
दिनेशचंद्र शुक्ला, पार्षद नपा गोहद