भारतीय कृषि को बचाना है तो गौमाता का संरक्षण एवं संवर्धन करना होगा : स्वामी पंचमानंद

भिण्ड, 11 नवम्बर। भारतीय किसान संघ तहसील अटेर जिला भिण्ड द्वारा ग्राम उदोतगढ़, कनैरा, चौम्हो, कदौरा प्रतापपुरा एवं गोपाल गौशाला में गोपाष्टमी पर्व का आयोजन किया गया। जिसमें अनंत श्री विभूषित महामण्डलेश्वर स्वामी पंचमानंद जी महाराज ने किसानों को प्राकृतिक एवं जैविक खेती करने का आव्हान किया। उन्होंने धार्मिक रूप से गौमाता का महत्व बताते हुए कहा कि श्रृद्धा भाव से जिसने भी गौमाता की सेवा की है, उसे अवश्य लाभ मिला है।
उन्होंने सम्राट दिलीप का उदाहरण देते हुए कहा कि गौसेवा से ही उन्हें पुत्र प्राप्त हुआ, आगे चलकर रघुकुल में भगवान राम ने जन्म लिया, गौमाता जिस घर में होती है वहां किसी भी प्रकार का रोग व्याधि नहीं आती है, गाय के गोबर एवं गौमूत्र से 118 प्रकार की दवाईयां बनाई जाती हैं, खेतों की उर्वरा शक्ति बढ़ती है, जैविक खेती करने से पर्यावरण एवं मनुष्य का स्वास्थ्य अच्छा रहता है, भारत की अर्थ व्यवस्था का आधार गौमाता है। उपस्थित किसानों को गौशाला का सहयोग एवं जैविक खेती करने हर परिवार में देशी गाय रखने का संकल्प दिलायाञ आज की तिथि से ही भगवान कृष्ण ने गाय चराना प्रारंभ किया था, इसलिए गोपाष्टमी मनाई जाती है।
कार्यक्रम का प्रारंभ गौमाता पूजन से हुआ। संचालन नमो नारायण दीक्षित एवं आभार प्रदर्शन श्रीनारायण शर्मा ने किया। इस अवसर पर गोपाल गौशाला के अध्यक्ष पं. श्रीनारायण शर्मा, भारतीय किसान संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष नमो नारायण दीक्षित, इन्द्र प्रकाश त्रिपाठी, डॉ. रमेश पाराशर, संचालक सूरतराम शर्मा, कुलदीप भदौरिया, रमेशबाबू शर्मा, लक्ष्मण सिंह, हाकिम सिंह यादव, शैलेन्द्र सिंह भदौरिया, दिनेश सिंह भदौरिया, सियाराम शर्मा, विद्याचरण शर्मा, ब्रजेश चौधरी, पहलवान सिंह भदौरिया आदि ने स्वागत किया।