साहित्य का सृजन समाज के लिए हो : राजीव शर्मा

– प्रकर्ष फाउण्डेशन द्वारा कवि सम्मेलन एवं विचार गोष्ठी आयोजित

भिण्ड, 22 जून। साहित्य का अर्थ समाज का हित है। समसामयिक समस्याओं पर कुछ लिख देना अथवा सरकार की आलोचना करना साहित्य नहीं है। साहित्यकारों को चाहिए कि वे स्थाई प्रभाव छोडने वाले साहित्य का सृजन करें। यह बात प्रकर्ष फाउण्डेशन के तत्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन एवं विचार गोष्ठी के अवसर पूर्व संभाग आयुक्त, कवि, लेखक राजीव शर्मा ने कही। साहित्य कला और संस्कृति के लिए देशभर में सकारात्मक दृष्टि से पहचानी जाने वाली चंबल अंचल की नगरी भिण्ड में गत दिवस एक बडा साहित्यिक प्रकर्ष फाउण्डेशन भिण्ड के तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष गीतकार डॉ. देवेन्द्र तोमर ने कहा कि प्रकर्ष का यह आयोजन भिण्ड के साहित्यिक वातावरण को ऊर्जा प्रदान करने वाला होगा। संस्था अध्यक्ष आरती सिंह सहित प्रकर्ष की पूरी टीम बधाई की पात्र हैं। विशिष्ट अतिथि डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर ने आयोजकों को आशीर्वाद दिया। मंच का संचालन जन अभियान परिषद के जिला समन्यवक डॉ. शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मां शारदे की पूजा अर्चना की गई। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण किया गया। प्रथम चरण में संस्थापिका अध्यक्ष कवयित्री एवं समाज सेविका आरती सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की और पर्यावरण विषय का प्रवर्तन किया।
वैयंत मांगलिक भवन इन्दिरा गांधी चौराहा के पास जमुना नगर भिण्ड में आयोजित कार्यक्रम के दूसरे चरण में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें कार्यक्रम अध्यक्ष गीतकार डॉ. देवेन्द्र तोमर मुरैना, मुख्य अतिथि पूर्व कमिश्नर राजीव शर्मा, कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर, प्रदीप बाजपेई, अंजुम मनोहर भिण्ड, विपिन तोमर, आकाश अर्चित, साक्षी चौहान, हिमांशु शर्मा ग्वालियर, अंजलि चौरसिया निवाडी, अनुभवी शर्मा दतिया, प्रियंका राजावत बवेडी, तनु श्रीवास्तव भिण्ड, सुयश श्रीवास्तव ग्वालियर, गोविंद सिंह भदौरिया दतिया तथा विकास बघेल ग्वालियर प्रमुख हैं।
आयोजन में पधारे हुए कार्यक्रम अध्यक्ष, मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि सहित काव्य पाठ करने वाले समस्त कवियों का सम्मान भी किया गया। संस्था के कोषाध्यक्ष उमेश ने आभार व्यक्त किया। सचिव मोहन, आरती राजावत, राधा, दीपू, साधना, दीपांश, संगम, बीनू, रिंकी, रश्मी, आरती शिवहरे, आरती भदौरिया, कृतिका, के साथ पूरी फाउण्डेशन की टीम उपस्थित थी। कार्यक्रम के अंत में अहमदाबाद विमान दुर्घटना में काल कवलित हो गए नागरिकों की आत्म शांति के लिए एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।