संस्कारों की खान सरस्वती विद्या मन्दिर : राजेन्द्र ठाकुर

सरस्वती शिशु मन्दिर असवार में हुआ पूर्व छात्र सम्मेलन

भिण्ड, 07 नवम्बर। सरस्वती शिशु मन्दिर असवार में रविवार को पूर्व छात्र सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि ग्राम भारती के जिला प्रमुख राजेन्द्र सिंह ठाकुर, समिति अध्यक्ष लल्लू प्रसाद त्यागी एवं व्यवस्थापक कमल किशोर त्यागी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके बाद ब्रह्म दीक्षित आचार्य द्वारा माँ विद्यावाहिनी की वंदना का गायन किया गया। पूर्व छात्र देवेन्द्र त्यागी ने अतिथियों का परिचय कराते हुए पूर्व छात्रों से अतिथियों का तिलक लगाकर एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ग्राम भारती के जिला प्रमुख राजेन्द्र सिंह ठाकुर एवं मंचासीन अतिथि

मुख्य अतिथि राजेन्द्र सिंह ठाकुर ने सरल शब्दों में अपनी बात रखते हुए कहा कि सब्र कर बंदे बो दिन भी गुजर जाएंगे और एक दिन सब हंसने वालों के चेहरे भी उतर जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारी शुरुआत बंदना और हरिओम से की जाती है और हमारी ही एक ऐसी संस्था है जिसमें शिक्षकों को आचार्य का दर्जा दिया जाता है। छात्र-छात्राओं को भैया-बहिन बोलकर संबोधित किया जाता है, हमारी संस्था संस्कार प्रधान है और यही हमारी पूंजी है।
कार्यक्रम में प्रथम वक्ता के रूप में कोमल शर्मा आचार्य जी ने कम शब्दों में अपनी बात कही और सरस्वती शिशु मन्दिर को संस्कारों की खान बताया। उन्होंने कहा कि जब कोई हमारी संस्था का अध्ययन किया हुआ छात्र एक अच्छे औहदे पर आकर अपनी बात में सरस्वती शिशु मन्दिर की बात रखता है तो मन प्रफुल्लित हो उठता है। आचार्य दिनेश दीक्षित ने सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर की आगे की रूप रेखा जिसमें छात्र को पढ़ाई के साथ स्वरोजगार के तरीके भी सिखाये जाएंगे पर प्रकाश डाला और सरस्वती विद्या मन्दिर के छात्र कभी गलत रास्ते पर नहीं चल सकते ये बात बड़े ही भरोसे के साथ कही।
प्राचार्य दबोह जयश्रीराम प्रजापति ने कहा कि अगर कोई छात्र कही जाकर अपने संस्कारों से सबके बीच में बैठकर अपनी बात मानबता है, यही हमारी सोच है और यही हम चाहते है। उन्होंने कहा कि अगर देश में सबमें संस्कार होते तो सरस्वती विद्यालय की कोई आवश्यकता नहीं होती, हम अपनी संस्था में संस्कारों को प्रधानता देते हैं और चाहते हैं कि हमारी शाला से निकला हुआ छात्र संस्कार बान हो। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन संस्था के प्राचार्य चंद्रप्रकाश शर्मा ने किया। इस मौके पर धनंजय त्रिपाठी, राहुल शिवहरे, मोनू उपाध्याय, विकास त्यागी आदि अतिथि एवं पूर्व छात्र मौजूद रहे।