ज्ञान ज्योति पाठशाला का हुआ शुभारंभ बच्चों को भेंट कीं जैन संस्कृति की पुस्तकें

*बालक-बालिकाओं को बचपन से ही दे धर्म के संस्कार : चंद्रप्रकाश जैन
* जैन पाठशाल के शुभारंभ पर मंगलाचरण के स्वरूप 48 द्वीपों द्वारा 48 मंत्रों के साथ हुई संगीतमय भक्तामर दीपार्चना

ग्वालियर, 08 मई। गणिनी प्रमुख ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा-आशीर्वाद एवं तीर्थंकर ऋषभदेव जैन विद्वत महासंघ हस्तिनापुर के तत्वावधान में मामा का बाजार स्थित अजितनाथ दिगंबर जैन वरैया पंचायती मन्दिर में ज्ञान ज्योति बाल विकास पाठशाला का भव्य शुभारंभ किया गया।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि ज्ञान ज्योति बाल विकास पाठशाला का भव्य शुभारंभ नगर निगम पार्षद प्रेमलता धर्मेन्द्र कुमार जैन ने फीता खोलकर किया। भारतीय जैन मिलन क्षेत्र क्र.2 की सांस्कृतिक चेयरपर्सन अनुपमा जैन सुरत्न एवं आलोक जैन वापी गुजरात द्वारा मंगलाचरण स्वरूप 48 द्वीपों द्वारा 48 मंत्रों के साथ संगीतमय भक्तामर दीपार्चना की गई।
इस अवसर पर पाठशाला के संस्थापक चंद्रप्रकाश जैन चंदर ने कहा कि बालक-बालिकाओं को बचपन से ही धर्म के संस्कार देना आवश्यक है, जिससे वे श्रेष्ठ समाज का निर्माण कर देश के अच्छे नागरिक बन सकें। पाठशाला के संरक्षक सुरेश चन्द जैन घाटीगांव एवं अजितनाथ विहर्ष महिला मण्डल की अध्यक्ष चंद्रकला जैन ने पाठशाला के शिक्षक रविन्द्र जैन गुरुजी को शॉल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। अंत में पाठशाला ने जैन संस्कृति के शिक्षा लेने वाले बच्चों को अध्ययन करने लिए जैन पाठ्य पुस्तकें भेंट की गईं।