आलमपुर में धूमधाम से मनाया गया दीपावली का त्यौहार

भिण्ड, 05 नवम्बर। आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र में दीपावली का त्यौहार भक्तिभाव के साथ धूमधाम से मनाया गया। प्रकाश पर्व दीपावली के अवसर पर इस बार लोगों ने मोमबत्ती की अपेक्षा मिट्टी के दीयों को ज्यादा महत्व दिया। रोशनी के इस महापर्व पर बेटियों द्वारा अपने-अपने घरों के दरवाजे पर आकर्षक रंगोली सजाई गई। लोगों ने शाम को मां लक्ष्मी जी भगवान गणेश जी की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। इसके पश्चात दीये जलाकर अपने घरों पर रखे और जमकर आतिशबाजी कर दीपावली का त्यौहार मनाया।
दीपोत्सव सनातन संस्कृति का प्रमुख पर्व हैं। इसका हिन्दू समाज में सामाजिक एवं धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम के वनवास से लौटने के बाद अयोध्यावासियों ने खुशी में घी के दीये जला कर पूरे अयोध्या को रौशन कर दिया था। तभी से दीपावली का त्यौहार मनाया जाता है और इस महापर्व को मनाने की तैयारियां दशहरा के बाद से शुरू हो जाती है। वैश्विक महामारी कोरोना की त्रासदी और इस वर्ष अतिवृष्टि से बर्वाद हुई फसलों की बजह से दीपावली का त्यौहार थोड़ा फीका नजर जरूर आया। फिर भी लोगों ने अपनी सामथ्र्य के अनुसार आलमपुर बाजार में खरीददारी कर दीपावली का त्यौहार परम्परागत तरीके से उल्लास पूर्वक मनाया। दीपावली के अवसर पर जहां लोगों ने प्रत्यक्ष रूप से एक दूूसरे को शुुभकामनाएं दी। तो वहीं सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को शुभकामनाओं देने का सिलसिला चलता रहा।

 शनिवार को मनेगी भाई दूज

भाई दूज का त्योहार देशभर में कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को छह नवंबर यानी शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें व्रत, पूजा और कथा आदि करके भाई की लंबी आयु और समृद्धि की कामना करते हुए उसको तिलक लगाती हैं। इसके बदले भाई उनकी रक्षा का संकल्प लेते हुए तोहफा देता है।