धनतेरस पर बाजारों में हुई धनवर्षा, जमकर हुई खरीदारी

कोरोना काल के बाद भारी भीड़ देख दुकानों के खिले चेहरे

भिण्ड, 02 नवम्बर। धनतेरस पर मंगलवार को शहर में बाजार गुलजार रहे और जमकर धनवर्षा हुई। यूं तो सुबह से ही दुकान सजने शुरू हो गए थे, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ते गए बाजारों में चहल-पहल बढ़ती गई। ग्राहकों ने बाजार की तरफ रुख किया तो दुकानों पर चमक बढ़ गई। इस दौरान शुभ मुहूर्त देखकर लोगों ने बर्तन, जेवर, वाहन और इलेक्ट्रानिक्स सामानों की जमकर खरीदारी की। बाजारों की स्थिति ऐसी थी कि वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थी। चौक-चौराहों पर तैनात पुलिस के जवान यातायात को सुचारू करवाने में जुटे रहे। देर शाम को बाजारों में खरीददारी का सिलसिला चलता रहा। कोरोना काल के बाद बाजारों में ग्राहकों की भीड़ देखकर दुकानदारों के भी चेहरे खिले हुए थे।

बाजार में उमड़ी भीड़

खरीदारी करने पहुंचे लोग

सर्राफा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रानिक्स और बर्तन बाजार हुए मालामाल शहर के मुख्य बाजार में सुबह से ही दुकानदार सामानों पर ऑफर के साथ ग्राहकों का इंतजार करते रहे। दोपहर तक बाजार में कम संख्या में ग्राहक ही बर्तन, इलेक्ट्रानिक, फर्नीचर, कपड़ा व ज्वेलरी के दुकानों पर खरीदारी करते दिखे लेकिन शाम के समय बाजार में भीड़ बढ़ती चली गई। उधर दो पहिया वाहनों की खरीदारी करने वाले लोग मुहूर्त का बिना इंतजार किए दिन में ही नए वाहन अपने-अपने घरों पर लाए। सर्राफा बाजार में लोगों ने आधुनिक डिजाइन के आकर्षक ऑफर के साथ सोने-चांदी के आभूषण खरीदे। इसके अलावा बर्तनों, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, लैपटाप, कंप्यूटर, मोबाइल व फर्नीचरों की भी लोगों ने जमकर खरीदारी की।

लक्ष्मी-गणेश वाले सिक्के

धनतेरस पर्व पर लक्ष्मी-गणेश और विक्टोरिया वाले सिक्के और मूर्ति लेने की परंपरा है। दीपावली में इन्हीं सिक्कों और मूर्ति से माता लक्ष्मी और गणपति की पूजा करने का विधान बताया जाता है। बाजार में कई तरह के चांदी के सिक्के उपलब्ध हैं। इनमें लक्ष्मी-गणेश व विक्टोरिया की छाप वाले सिक्कों की मांग अधिक रहीं। कुछ लोग पुराने सिक्कों की खरीदारी करते भी देखे गए। दस से सौ ग्राम तक के वजन के सिक्के ऊंची कीमत पर बिकते देखे गए। लोगों ने अपने जेब के अनुसार सिक्कों की खरीदारी की।

बाजार में बनी जाम की स्थिति

मंगलवार को धनतेरस के रोज बाजार में जाम की स्थिति बनी रही। हालांकि यातायात पुलिस एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह लगाए गए पुलिस के जवान भीड़ को हटाने के लिए काफी मशक्कत करते देखे गए।

रूप चौदश आज

ज्योतिषाचार्य पं. पवन कृष्ण शास्त्री के अनुसार इस बार रूप चौदश (नरक चौदश) इस बार तीन नवंबर 2021 बुधवार को है। इस दिन शाम को घर की छत पर पश्चिम दिशा की ओर आटे के 14 दीपक जलाकर अपने पूर्वजों को याद करते हुए रखने चाहिए। हाथी मिले तो उस गन्ना खिलाएं। लाल कपड़े में लाल चंदन, गुलाब के फूल रोली लगाकर पूजन कर बांधकर तिजोरी में रखें। जिसे घर में संपन्नता आएगी।