अतिवृष्टि से हुए नुकसान के मुआवजा के लिए आंदोलन की बनाई योजना

भिण्ड, 05 अक्टूबर। भारी बरसात एवं अतिवृष्टि से जिला भिण्ड में भी किसानों एवं गरीबों का भारी नुकसान हुआ है। इस अतिवृष्टि का असर गोहद कस्वे एवं गांव में भी पडा है, मप्र कि भाजपा सरकार ने जिन किसानों एवं जनता का नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करने का दावा किया था वह दावा खोखला साबित हुआ है। गत दिवस मप्र किसान सभा राज्य समिति की भोपाल में आयोजित बैठक में अत्यावृष्टि से हुए नुकसान की समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान उजागर हुआ कि किसानों के खेत में खडी फसल ज्वार, बाजरा, तिली, सब्जियां तथा धान में 70 प्रतिशत नुक्सान हुआ है, कर्जा लेकर खेतों में किसानों द्वारा बीज डाला गया, भाडा देकर खेती कराई गई, खाद की व्यवस्था किसानों द्वारा की गई, भारी बरसात से उनकी मेहनत पर पानी फिर चुका है। इसी प्रकार हजारों गरीबों के बरसात में मकान ढह गए, जल भराव की स्थिति निर्मित हो चुकी थी, सरकार हवा हवाई बातें कर रही है कोई सर्वे नहीं हुआ है न अब तक किसी को मुआवजा मिला है।
मप्र किसान सभा राज्य समिति ने तय किया है कि अन्य सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर मुआवजे की मांग कर तहसील जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर इस ओर शासन का ध्यान आकर्षित कराया जाए। इसी क्रम में गोहद भी आंदोलन किए जाने की योजना बना ली गई है। पिछले 30 सितंबर को गोहद एसडीएम को ज्ञापन देकर अवगत भी कर दिया गया है। जिसमें नुकसान से हुए मुआवजे के अलावा गरीबों को आवास देने बिजली कटौती रोकने पट्टेधारियों को कब्जा देने रखना अवैध कारोबार पर रोक लगाने पुलिस गश्त तेज करने कस्बा एवं क्षेत्र में साफ-सफाई कर डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारी पर रोकथाम लगाने के लिए स्वास्थ्य मेहकमे को सक्रिय करने आदि की मांग की जा चुकी है। अशोक तिवारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में अखिल भारतीय किसान सभा संयुक्त सचिव बादल सरोज, अखिलेश यादव, रामनारायण कुररिया, प्रेमनारायण माहौर, भैयालाल त्रिपाठी, ललिता प्रसाद कौल, अरुण चौहान, संतोष, तलविंदर सिंह, मुरारीलाल धाकड, हरीशंकर शर्मा, राजेश शर्मा, लालबिहारी कुशवाह आदि उपस्थित रहे।