भाविप ने शा. हाईस्कूल रछेड़ी में लगाया हीमोग्लोबिन जांच शिविर

भिण्ड, 12 अक्टूबर। भारतीय ग्रामीण परिवेश में काम की अधिकता एवं पोषित और संतुलित आहार की कमी से ही बच्चियों में खून की कमी पाई जाती है, इसे समाप्त करने के लिए हमें प्रत्येक घर में पोषण आहार का महत्व समझाना होगा और संपूर्ण डाइट लेने के लिए आग्रह करना होगा। यह बात भारत विकास परिषद शाखा जागृति की स्वास्थ्य प्रकल्प संयोजक डॉ. ज्योति परिहार ने शा. हाईस्कूल रछेड़ी में परिषद द्वारा लगाए जा रहे हीमोग्लोबिन जांच शिविर एवं कन्या पूजन के अवसर पर कही। यह आयोजन भारत विकास परिषद के प्रकल्प स्वस्थ बेटी-स्वस्थ भारत कार्यक्रम के तहत संपन्न किया गया। इस अवसर पर ग्राम रछेड़ी की एक सैकड़ा बच्चियों का हीमोग्लोबिन एवं ब्लड गु्रप जांच कराई गई। कार्यक्रम में सर्वप्रथम भाविप महिला जाग्रति की पदाधिकारियों ने बच्चियों को रोली चावल से तिलक कर उनका कन्या पूजन किया।
शाखा अध्यक्ष श्रीमती आभा जैन ने रक्तदान से संबंधित लाभ भी उपस्थित ग्रामीणजनों को समझाया और आव्हान किया कि माताओं-बहनों में विशेष समय में होने वाली रक्त की कमी को रक्तदान द्वारा पूरा किया जा सकता है। शाखा सचिव श्रीमती दिव्या श्रीवास्तव ने समय-समय पर परिषद द्वारा इस तरह के शिविर विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में लगाने का वचन दिया। संस्था प्राचार्य एवं शाखा की सदस्य श्रीमती मीनाक्षी यादव ने विद्यालय की ओर से इस तरह के शिविर में हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष अरुणा पाठक, सह सचिव माधवी चौधरी, उपाध्यक्ष ऊषा नगरिया, निशा भारद्वाज एवं कृष्णा बरुआ उपस्थित रही।