श्याम बिहारी शर्मा का व्यक्तित्व और कृतित्व देवतुल्य : बरुआ

भिण्ड, 04 अक्टूबर। डॉ. श्याम बिहारी शर्मा उच्च कोटि के समाजसेवी थे, उनका व्यक्तित्व और कृतित्व एक समान था। कह सकते हैं कि देवतुल्य था। हम आज उनके आदर्शों पर चलकर समाज को एक नई दिशा प्रदान कर सकते हैं। यही उनको सच्ची श्रृद्धांजलि होगी। उक्त बात भाजपा पूर्व संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरुआ ने कही। वे डॉ. श्याम बिहारी शर्मा को श्रृद्धांजलि देने गांधीनगर भिण्ड स्थित उनके निज निवास पर परिजनों के साथ बैठकर शोक संवेदना व्यक्त की।
अपने विचारों को लेखांकित करते हुए भाजपा पूर्व संगठन मंत्री शैलेन्द्र बरुआ ने कहा कि मुझे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में लंबे समय तक उनके साथ काम करने का अवसर मिला। उनसे कई बातें सीखने को मिलीं। देश, समाज सेवा के उत्कृष्ट उदाहरण थे। यदि उनके पास कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति आ जाए तो उसकी मदद निस्वार्थ भाव से करते थे। यह सत्य है कि ऐसे समाजसेवी का जाना निश्चित तौर पर यह बहुत बड़ी क्षति है, लेकिन यदि हम उनके आदर्शों पर चलकर समाज को एक सकारात्मक दिशा प्रदान कर सकते हैं। समाजसेवी अमित दुबे ने कहा कि मुझे समाजसेवा की प्रेरणा बाबूजी से ही मिली, उनकी कार्यशैली बेहद प्रभावी थी। ग्वालियर संभाग समन्वयक सुशील बरुआ ने कहा कि बाबूजी से मिलने से ही समाजसेवा का भाव जागृत हो जाता था, वे समाजसेवा की पाठशाला थे। आज समाज में ऐसे लोगों की बेहद आवश्यकता है। इस अवसर जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया एवं परिजन मौजूद थे।