किसानों को अपनी उत्पादन का सही दाम मिलना चाहिए : यादव

राष्ट्रीय किसान दिवस पर दबोह में निकली ट्रेक्टर रैली, हुई आमसभा

भिण्ड, 23 दिसम्बर।  भारत के पांचवे प्रधानमंत्री चरण सिंह की जयंती को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाया जाता हैं। शनिवार को दबोह क्षेत्र के किसानों द्वारा मां रणकौशला मन्दिर से एक ट्रेक्टर रैली प्रारंभ की गई जो नगर के मुख्य मार्गों से गुजरती हुई झण्डा चौक पहुंचकर आमसभा में परिवर्तित हो गई। जिसमें मुख्य अतिथि नरेन्द्र सिंह यादव एवं विशेष अतिथि के रूप में रमाशंकर कौरव उपस्थित रहे। कार्यक्रम मेें पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह की तस्वीर पर भूरे यादव द्वारा माल्यापर्ण किया।
मुख्य अतिथि की आसंदी से नरेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि यह मंच राजनीतिक नहीं है पर आज हम बहुत आहत महसूस कर रहे हैं। किसानों को अन्नदाता का तमगा मिला है, पर उसे कोई राहत नहीं मिली है। उन्होंने किसानों से सवाल करते हुए कहा कि देश का अन्नदाता किसान जब अपने उत्पादन को बाजार में बेचने जाता है तो उसके उत्पादन का मूल मण्डी में बैठा व्यापारी तय करता है और उसमें भी यदि किसानों की आवक अधिक हो जाए तो निश्चित मूल्य से और कम दाम पर किसान की उपज का मूल निर्धारित किया जाता है। यह देश के अन्नदाता का दुर्भाग्य है कि मेहनत करने वाले किसान की उपज का वाजिब दाम उसे नहीं मिलाता, जबकि बाजार में मिलने वाले हर उत्पादन का मूल दुकानदार अपना मुनाफा कायम करके वसूल कर लेता है। किसानों के लिए शासन द्वारा एमएसपी से समर्थन मूल्य पर खरीदी कराई जाती है, परंतु इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाता। उदाहरण के तौर पर मप्र में खरीफ फसल के अंतर्गत ज्वार बाजरा की खरीद की जा रही है, परंतु किसानों के उत्पादन को अमानक बता कर उसे किस को लौटा दिया जाता है और उसकी खरीद नहीं की जाती, तो ऐसी स्थिति में सरकारों को खुले बाजारों में एमएसपी यानी निर्धारित रेटों से कम पर बाजारों में ना खरीदा जाए, यदि व्यापारी काम रेटों पर खरीद करता है तो उसके विरुद्ध धोखाधडी का केस दर्ज कर उसका लाइसेंस निलंबित किया जाए। क्योंकि किसान जिस दिन अपना उत्पादन करना बंद कर देगा, उसे दिन हिन्दुस्तान क्या विश्व का व्यक्ति अपनी उदर पूर्ति के लिए तरस जाएगा। किसान दिवस को सच्ची श्रृद्धांजलि सरकार की तरफ से तभी होगी जब किसान को उचित मूल उसके घर बैठे मिलने लगे।

पूर्व जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि रमाशंकर कौरव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को संगठन बनाना चाहिए, सरकारें किसी की भी हों पर किसानों की कोई नहीं सोचता। उन्होंने कहा कि सरकारें विकसित देश की बात करती है पर किसान की कोई बात नहीं करता है। इस आमसभा को रामलोचन शर्मा विजपुर, नारायणदास पाल बधेडी ने भी किया। इस अवसर पर मानसिंह यादव, महेन्द्र यादव, मजबूत यादव सलैया, सुमित यादव सिगोसा, अश्वनी यादव आदि मौजूद रहे।