ग्रामीण बोलो- प्रधानाध्यापक समय पर नहीं आते कभी भी स्कूल, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
भिण्ड, 27 अक्टूबर। मप्र सरकार ने भिण्ड जिले के प्राइमरी, हाईस्कूल और हायर सेकेण्ड्री स्कूलों में व्यवस्थित एक जैसा कलर, मेंटिनेंस के लिए राशि जारी की थी, लेकिन सरकारी प्राइमरी स्कूल डगर में बिना रंग रोगन के ही प्रधानाध्यापक ने ठेकेदार के साथ मिलकर लाखों रुपए की राशि निकल ली। जबकि स्कूल में कोई कार्य नहीं हुआ। जिसकी स्थानीय लोग कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
दरअसल, मेहगांव क्षेत्र के सरकारी प्राइमरी स्कूल डगर में रंग रोगन, मेंटिनेंस का पैसा आया था। जिस राशि से स्कूल में कैसा भी रंग रोगन नहीं किया गया है और प्रधानाध्यापक ने ठेकेदार के साथ मिलकर पूरी राशि हडप ली है।
ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक पर लगाए आरोप
गुरुवार को जब पत्रकारों की टीम स्कूल पहुंची तो पाया कि स्कूल के प्रभारी आशीष जैन यहां मौजूद मिले। जबकि एक शिक्षक अनुपस्थित मिले। जिनके बारे में पूछा तो प्रभारी ने बताया कि उनकी ड्यूटी निर्वाचन में लगी हुई है, इस वजह से वह स्कूल नहीं आए हैं। वहीं स्कूल में बच्चों की उपस्थिति काफी कम थी। स्थानीय ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक आशीष जैन पर स्कूल के रंग रोगन के नाम पर राशि गबन करने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल की मरम्मत और रंग रोगन के लिए विभाग की तरफ से राशि आवंटित की गई थी, मगर स्कूल के प्रधानाध्यापक ने ठेकेदार द्वारा मिलीभगत से राशि गबन कर ली है। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल भवन की मरम्मत और रंग-रोगन के लिए हर साल सरकार द्वारा स्कूल को पैसा आवंटित किया जाता है, लेकिन प्रधानाध्यापक स्कूल की मरम्मत कराने के बजाय राशि गटक गए। बिना मरम्मत के ही स्कूल की बाहरी भाग में सिर्फ रंग-रोगन का शिक्षक द्वारा पैसा डकार लिया गया है।
अपने हाथों से बच्चे धोते हैं थाली
सरकारी स्कूल डगर से शिक्षा को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। जहां बच्चों के हाथों में किताबों की जगह बर्तन नजर आ रहे हैं। इन बच्चों को भोजन करने के बाद खुद ही अपने बर्तन धोने पडते हैं। जिले में इस तरह के मामले पहले भी आ चुके हैं, लेकिन फिर भी ये लापरवाही बंद होने का नाम ले रही है। ऐसे मामलों पर कोई सख्त एक्शन नहीं लिया जा रहा है।
जांच के बाद करेंगे दोषियों पर कार्रवाई
डगर स्कूल को शिक्षक अपनी मर्जी से स्कूल का संचालन कर रहे हैं। क्योंकि स्कूल अभी तक रंग रोगन नहीं किया गया। जिससे स्कूल की हालत खराब होती जा रही है। जिसकी ग्रामीणों ने शिकायत की है, हम जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
हरिभुवन सिंह तोमर, डीईओ भिण्ड