नदी संरक्षण के लिए क्वारी नदी तट पर सुप्रयास ने आयोजित की संगोष्ठी

भिण्ड, 24 सितम्बर। सितंबर महीने के चौथे रविवार को मनाए जाने वाले विश्व नदी दिवस के अवसर पर सामाजिक संस्था सुप्रयास द्वारा क्वारी नदी के किनारे स्थित कचोगरा गांव में ग्राम वासियों के साथ संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर नदी आंदोलन के कार्यकर्ता सतीश राजावत ने कहा कि बढते हुए प्रदूषण की वजह से नदियों का जल दूषित होता जा रहा है। प्रदूषण की वजह से जलवायु में भी परिवर्तन हुआ है, जिसके कारण कई नदियां सिकुडती जा रही हैं। विश्व नदी दिवस पर कई देश लाखों लोग और कई अंतर्राष्ट्रीय संगठन नदियों के बचाव हेतु अपना योगदान करते हैं। इस दिन लोग संकल्प लेते हैं कि वे नदियों को प्रदूषित नहीं करेंगे और उन्हें प्रदूषित होने से बचाएंगे।
भदावर वंश के इतिहास लेखक भोपाल सिंह भदौरिया ने कहा कि क्वारी नदी क्षेत्र वासियों के लिए जीवन दायिनी नदी है, इसमें होने वाले प्रदूषण को हम सबको मिलकर रोकना चाहिए। पर्यावरण प्रेमी दानवीर दीक्षित ने कहा कि नदियों के किनारे अधिक से अधिक पेड लगाने से ही नदियां सुरक्षित रह सकेंगी। समाजसेवी युवा जयदीप राजावत ने कहा कि अंधाधुंध रेत के खनन से हमारी नदियां खतरे में आई हैं, यदि नदियां ही नहीं रहेगी तो हमारा जीवन भी असुरक्षित हो जाएगा। इस अवसर पर ग्रामीण भीम सिंह भदौरिया, प्रमोद सिंह भदौरिया, उमेश सिंह भदौरिया, आशीष ओझा, राम नरेश सिंह राजावत ने भी नदी संरक्षण पर अपने विचार प्रकट किए। अंत में सुप्रयास सचिव डॉ. मनोज जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया। संगोष्ठी में संतोष सिंह, बलवीर सिंह, कप्तान सिंह, सुरेन्द्र सिंह, उम्मेद सिंह, लवकुश सिंह, जितेन्द्र सिंह, सुशील सिंह, कल्याण सिंह, सीताराम सिंह, छोटेसिंह, रामनरेश सिंह, प्रदीप सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने भागीदारी की।