जिंदा व्यक्ति को मृत बताकर निकाली अंत्येष्टि राशि, दो कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज

भिण्ड, 30 अगस्त। नगर परिषद आलमपुर में जिंद व्यक्तियों को मृत दर्शाकर अंत्येष्टि के लिए पांच हजार रुपए की सहायता राशि निकालने के मामले में आलमपुर थाना पुलिस ने मंगलवार की देर शाम को नगर परिषद के बाबू एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार आलमपुर नगर के वार्ड क्र.चार में रहने वाले रामदास राठौर पुत्र रामबक्श राठौर को नगर परिषद में पदस्थ मुख्य लेखापाल शिवशंकर जाटव ने कम्प्यूटर ऑपरेटर मनीष दूर्वार की सहायता से मृत दर्शाकर दो लाख रुपये की श्रमिक मृत्यु सहायता राशि निकाल ली। यह राशि कंप्यूटर ऑपरेटर मनीष दूर्वार के खाते में डालकर निकाली गई। जिसका खुलासा होने के बाद रामबक्श राठौर ने इसकी शिकायत भिण्ड कलेक्टर डॉ.संजीव श्रीवास्तव से की। कलेक्टर ने उक्त पूरे मामले की जांच करवाने के निर्देश लहार एसडीएम नवनीत शर्मा को दिए। इसके बाद लहार एसडीएम के निर्देश पर आलमपुर नायब तहसीलदार रामशंकर शर्मा ने पूरे मामले की जांच की। जिसमें उन्होंने मुख्य लेखापाल शिवशंकर जाटव और कंप्यूटर ऑपरेटर मनीष दूर्वार को दोषी पाया। लहार एसडीएम के निर्देश के बाद बुधवार को आलमपुर पुलिस ने नगर परिषद के मुख्य लेखापाल और कम्प्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ धारा 420, 409, 406, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि मरने के बाद मिलने वाली अनुग्रह राशि के निकालने का मामला सामने आया है और कुछ मामले उन बालिकाओं के जिनके अभी तक कोई विवाह नहीं हुए और उनके फर्जी विवाह दर्शाकर विवाह सहायता राशि 51 हजार रुपए निकल ली गई। नगर परिषद द्वारा बीते कुछ दिनों पहले रामदास राठौर के मृत घोषित कर देने का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ था कि आज ऐसे लगभग 217 मामले सामने आ गए। किसी को मृत घोषित कर उनकी राशि निकाल ली गई, तो किसी के विवाह की राशि निकाल ली गई। पीडितों ने मंगलवार को नगर परिषद का घेराव कर बताया कि मैंने जब अपनी संबल एवं कर्मकार मण्डल की जानकारी निकलवाई तो मुझे उसमें मृत घोषित कर दिया गया और राशि भी निकाल ली गई। जानकारी के अनुसार जिन व्यक्तियों को मृत घोषित किया गया है उनमें आलमपुर नगर परिषद के वर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष महताब सिंह कौरव भी हैं। नगर के लोगों का कहना है कि नगर परिषद में करोडों रुपए के ऐसे और भी घोटाले हो सकतें, इस की जांच सही तरीके से की जाए तो ओर भी अनेक राज और भी खुल सकते हैं।

इनका कहना है –

यह मामला अभी संज्ञान में आया है, हमने नगर परिषद अधिकारी को श्रम पोर्टल एवं जन्म-मृत्यु पोर्टल पर जानकारी एकत्रित करने को कह दिया है। संपूर्ण जानकारी मिलने पर हम दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
नागेन्द्र गुर्जर, आलमपुर सीएमओ

यह खबर हमारे पास पहले से ही संज्ञान में है, जिनका नाम रामदास है, इसमें नगर परिषद अधिकारी राहुल गुर्जर हमारे पास आए थे इसमें कुछ मूल दस्तावेज न होने के कारण उन्होंने हमसे 8-10 दिन का समय मांगा था, हम लगातार हम उनके संपर्क में थे, जब आज हमारी उनसे बात हुई तो उन्होंने बताया की 70 प्रतिशत दस्तावेज उपलब्ध हो गए हैं और रहे 30 प्रतिशत दस्तावेज एक-दो दिन में उपलब्ध करा देंगे।
अनीता मिश्रा, थाना प्रभारी आलमपुर

हम सभी लोग थाना आलमपुर गए थे, नगर में लगभग 217 लोगों को मृत बताकर राशि हडप ली गई है। इसमें मुख्य रूप से शिवशंकर जाटव लिपिक नगर परिषद आलमपुर में रहे और मनीष दरबार जो की अस्थाई कर्मचारी है और वह कंप्यूटर ऑपरेटर का काम करते थे। हमारे पास सुबह से बहुत से लोग एफआईआर कराने के लिए आ रहे थे इसीलिए हम थाने पर आए थे। मैडम ने एफआईआर करने का आश्वासन दिया है।
महताब सिंह कौरव, अध्यक्ष नगर परिषद आलमपुर