नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश के मुख्य सचिव को हटाने की मांग की

भारत निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र

भिण्ड, 19 अगस्त। मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने मुख्य चुनाव आयुक्त भारत सरकार को एक पत्र लिखकर मप्र के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को तत्काल पद से हटाए जाने की मांग की है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि प्रदेश सरकार की अनुकंपा और आशीर्वाद से इकबाल सिंह बैस की एक बार नहीं, बल्कि दूसरी बार सेवा वृद्धि की गई है। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के रहते मप्र में चुनाव निष्पक्षता के साथ होना संभव नहीं है, इसलिए उन्हें तत्काल पर से हटाए जाने के लिए प्रदेश सरकार को निर्देशित किया जाए। यह पत्र कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज द्वारा प्रेस को सार्वजनिक तौर पर प्रसारित भी किया गया है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह ने पत्र माध्यम से अवगत कराया है कि एक समाचार पत्र 19 अगस्त 2023 में प्रकाशित खबर की छायाप्रति संलग्न हैं। जिसमें नेशनल ग्रीन ट्रव्यूनल की बैंच द्वारा मप्र सरकार के पूरे सिस्टम को ही अक्षम्य बताया गया है एवं मुख्य सचिव द्वारा बिना पढे शासन का पक्ष रखने पर पांच लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई गई हैं एवं सख्त टिप्पणी की है कि ऐसे राज्य का भगवान ही मालिक है। निर्वाचन आयोग निष्पक्षता से चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन मप्र में ऐसे मुख्य सचिव को सेवानिवृत्ति के उपरांत प्रदेश सरकार की अनुकम्पा पर छह-छह माह के लिए सेवा वृद्धि की गई है। क्या ऐसे मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस के रहते मप्र में आगामी विधानसभा चुनाव पूर्ण ईमानदारी एवं निष्पक्षता से संपन्न होंगे, यह यक्ष प्रश्न है? मेरे द्वारा पूर्व में भी बैस की सेवा वृद्धि नहीं किए जाने हेतु आपको पत्र लिखा था। पत्र में डॉ. गोविन्द सिंह ने अनुरोध किया है कि मप्र के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस को तत्काल पद से हटाकर अन्य किसी अधिकारी को नियमित मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त करने हेतु प्रदेश सरकार को निर्देशित करें।