शा. महाविद्यालय मौ में मनाया गया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस

भिण्ड, 14 अगस्त। शा. महाविद्यालय मौ में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत सोमवार को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्य युवा सलाहकार परिषद मप्र शासन के सदस्य गजेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि विभाजन की विभीषिका को भुलाया नहीं जा सकता। 15 अगस्त को हम स्वतंत्रता और स्वाधीनता का अर्थ समझते हैं, किंतु हमें किन परिस्थितियों में स्वतंत्रता मिली यह भी समझना आवश्यक है। 14 अगस्त को भारत के डेढ़ करोड़ नागरिक विस्थापित हुए थे, साथ ही 10 लाख लोगों का बलिदान हुआ था, इसलिए यह दिन उन सभी आत्माओं को श्रृद्धांजलि अर्पित करने का है।
विशिष्ट अतिथि शा. महर्षि अरविन्द महाविद्यालय गोहद जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंह गुर्जर ने कहा कि आज समय आ गया है कि हमें स्वाधीनता की अर्थ को समझना भी होगा और आत्मसात भी करना होगा, तभी स्वतंत्रता के मूल्य की सुरक्षा की जा सकती है। कार्यक्रम के उपरांत विभाजन विभीषिका स्मृति की प्रदर्शनी को देखा गया और निबंध प्रतियोगिता में पुरस्कृत विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। निबंध प्रतियोगिता में रिंकी कुशवाह प्रथम, हर्ष शर्मा द्वितीय और प्रशांत मौर्य, सरोज कुशवाह, नेहा यादव ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में 55 विद्यार्थियों एवं स्टाफ ने सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन आयोजन समिति के सदस्य डॉ. देशराज सिंह ने किया। अतिथियों का आभार प्राचार्य प्रो. हरिशंकर सिंह कंसाना ने व्यक्त किया।