स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवारों की उपेक्षा कर रही है प्रदेश की मौजूदा सरकार : कमलनाथ

कांग्रेस सरकार आने पर इस वर्ग की समस्याओं का होगा निराकरण
समस्याओं को लेकर कमलनाथ से मिला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार का प्रतिनिधि मण्डल

भोपाल 04 जुलाई। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवारों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से उनके निवास पर मुलाकात कर वर्ष 2004 के बाद से स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवारों की भाजपा सरकार द्वारा की जा उपेक्षाओ और समस्याओं को लेकर चर्चा की।
प्रतिनिधि मण्डल ने कमलनाथ को अवगत कराया कि अंग्रेजों की गुलामी से देश को आजाद कराने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व और अनेकों महान नेताओं के सहयोग से आजादी के आंदोलन में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले और इस आजादी की लडाई में सहयोग देने वाले असंख्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानी जिन्होंने आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, आज ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार भाजपा सरकार की नीतियों से उपेक्षाओं का शिकार हो रहे हैं। चूंकि कांग्रेस सरकार में इन परिवारों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण करती रही है और उन परिवारों का पूरा ध्यान रखा है। वर्तमान स्थिति में ये परिवार विभिन्न परिस्थितियों से जूझ रहे हैं।
प्रतिनिधि मण्डल ने एक तीन सूत्रीय मांग पत्र सौंपते हुए कमलनाथ से आग्रह किया कि कांग्रेस सरकार आने पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की विभिन्न समस्याओं का निराकरण करें। कमलनाथ ने आश्वस्त किया कि राज्य के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार का पूरा ध्यान रखा जाएगा, इस वर्ग की जो भी उचित मांगें होगी, कांग्रेस सरकार आने पर उन्हें पूरा किया जाएगा। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं उत्तराधिकारी संयुक्त संगठन के नेतृत्व में कमलनाथ से मिले प्रतिनिधि मण्डल में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शीतलानी, संगठन के पदाधिकारी संजय चौबे, सुरेन्द्र दुबे, बलराज चोगले, शरद दुबे, अशोक सिंधु, गिरिजा शंकर राय, अरविंद गुप्ता, रामेश्वर तिवारी, राकेश चौरसिया, अनिल भारती, अनूप अग्रवाल, सुधीर सेठिया, ओमप्रकाश वर्मा, उमेश पारिख, राकेश जैन कक्का, आदित्य जैन आदि उपस्थित थे।