शिक्षक ही समाज का शिल्पकार और मार्गदर्शक : शर्मा

शिक्षक की सेवानिवृति पर विदाई समारोह आयोजित

भिण्ड, 02 जुलाई। शासकीय माध्यमिक विद्यालय मुडियाखेडा में पदस्थ शिक्षक रामभरत पाठक शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो गए। उनके सम्मान में स्कूल प्रबंधन द्वारा विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से मंच पर वरिष्ठ समाजसेवी राजेश शर्मा, पूर्व एडीआई रमेशबाबू शर्मा, केजी शर्मा और बीएसी सत्यपाल जादौन मौजूद रहे।
कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ समाजसेवी राजेश शर्मा ने सेवानिवृत्त शिक्षक रामभरत पाठक का सम्मान करते हुए कहा कि माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं। उनका स्थान कोई नहीं ले सकता, उनका कर्ज हम किसी भी रूप में नहीं उतार सकते, लेकिन शिक्षक ही हैं जिन्हें हमारी भारतीय संस्कृति में माता-पिता के बराबर दर्जा दिया जाता है, क्योंकि शिक्षक ही हमें समाज में रहने योग्य बनाता है। इसलिए ही शिक्षक को समाज का शिल्पकार कहा जाता है। विश्व में केवल भारत ही ऐसा देश है जहां पर शिक्षक अपने शिक्षार्थी को ज्ञान देने के साथ-साथ गुणवत्ता युक्त शिक्षा भी देते हैं, जोकि एक विद्यार्थी में उच्च मूल्य स्थापित करने में बहुत उपयोगी है।

कार्यक्रम के दौरान सेवानिवृत शिक्षक रामभरत पाठक ने अपना अनुभव बांटते हुए बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में मुझे जहां भी जो जिम्मेदारी दी गई उसे मैंने पूरी ईमानदारी के साथ निभाया और अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया, आज मैं सिर्फ शासकीय सेवाओं से सेवानिवृत हुआ हूं, एक शिक्षक के रूप में मैं समाज में हमेशा अपनी सेवाएं देता रहूंगा। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। कार्यक्रम में रमेश पाठक, शिवदत्त शर्मा, मुरारीलाल पाठक, रामदत्त शर्मा, जीवन सिंह जादौन, सुनील त्रिपाठी निराला, राधाचरण पाण्डेय, राजीव शर्मा, गणेश भारद्वाज, आशीष महेरे, संजय पाठक, दीपक चौधरी, रविन्द्र दैपुरिया, गिरिराज पाण्डेय, बिज्जू यादव, अतुल पाठक, नीरज पाठक आदि मौजूद रहे।