दंदरौआधाम में बुढ़वा मंगल को सजेगा फूल बंगला

संकीर्तन और हनुमान चालीसा के पाठ के साथ होगा आयोजन

भिण्ड, 12 सितम्बर। जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल ददरौआधाम में 14 सितंबर मंगलवार को बुढ़वा मंगल मनाया जाएगा। इस अवसर पर डॉ. हनुमानजी के गर्भगृह में फूल बंगला सजाया जाएगा।
धाम के महंत श्रीश्री 1008 रामदास महाराज ने बताया कि दंदरौआ धाम के सखी हनुमानजी आदि वैद्य हैं। इनके दर्शन मात्र से शरीर के विभिन्न रोगों का निवारण हो जाता है। यहां प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को हजारों की संख्या में श्रृद्धालुगण इनके दर्शन के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि बुढ़वा मंगल के दिन हनुमानजी सीताजी की खोज में लंका गए थे। लंका में जाकर उन्होंने राक्षसों का मान मर्दन किया ओर लंका को जलाकर वापस लौटकर भगवान श्रीराम को वहां के समाचार सुनाए थे। जिससे श्रीराम ने प्रसन्न होकर हनुमानजी को तिलक लगाकर पुष्पहार पहनाकर उनका स्वागत किया था, इसीलिए बुढ़वा मंगल को हनुमानजी की पूजा का विशेष महत्व है।
श्री रामदास जी महाराज ने बताया कि जैसे 24 एकादशियों में निर्जला एकादशी का महत्व होता है, उसी प्रकार पूरे वर्ष के मंगलवारों का फल बुढ़वा मंगल के दिन हनुमानजी के दर्शन से प्राप्त होता है। बुढ़वा मंगल के दिन रामधुन, हनुमान चालीसा पाठ निरंतर चलता रहेगा। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी जलज त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए मन्दिर परिसर में श्रृद्धालुओं से अपील है कि बिना मास्क एवं सेनेटाईजर के मन्दिर परिसर में प्रवेश न करें तथा श्रृद्धालु सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। श्रृद्धालुओं को कोरोना गाइड लाइन के अनुसार शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना आवश्यक है। शासन द्वारा व्यवस्था मे चार एंबुलेंस मंदिर परिसर में डॉक्टर की दो टीम मय दवाईयों के मौजूद रहेंगी। मुख्य मार्गों के तीनों नाकों पर श्रृद्धालुओं को वैक्सीन लगाने की सुविधा मौजूद रहेगी। हर एक नाके पर 20 रोजगार सहायक तैनात किए जाएंगे।

रास्ते में होगी चाय-पानी की व्यवस्था

बुढ़वा मंगल के अवसर पर दंदरौआ धाम आने वाले श्रृद्धालुओं के लिए मेहगांव-मौ रोड पर कई स्थानों पर समाजसेवियों एवं हनुमान भक्तों द्वारा जगह-जगह चाय पानी की व्यवस्था कराई जाएगी।