बचपन से ही प्रतिभाशाली रही है छात्रा
भिण्ड, 15 जून। जिले की मेहगांव तहसील के प्रसिद्ध ग्राम दंदरौआधाम में जन्मी और गांव के ही सरकारी स्कूल में पढ़ी अनुकृति गुर्जर के डॉक्टर बनने का रास्ता साफ हो गया है। गांव के शासकीय स्कूल से ही कक्षा पांचवीं और आठवीं की शिक्षा प्राप्त की। गांव के माहौल में पली-बढ़ी अनुकृति ने देश की कठिनतम परीक्षाओं में से एक मेडिकल नीट-2023 की परीक्षा में 597 अंक हासिल कर सब का मान बढ़ाया है। इनके माता-पिता दोनों ही शासकीय स्कूल में प्राथमिक शिक्षक हैं। पिता का स्थानांतरण गोहद हो जाने के कारण हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई गोहद से प्राप्त की।
अनुकृति शुरू से ही पढऩे में तेज थी, उसने हाईस्कूल में 93 प्रतिशत और इंटर में 91 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, वही दोनों बोर्ड की परीक्षाओं में विज्ञान विषय में 99 प्रतिशत अंक हासिल किए। उसका शुरू से ही डॉक्टर बन कर देश और समाज की सेवा करने का सपना था, तभी से डॉक्टर बनने की ठान ली है और दिन-रात कड़ी मेहनत कर अपने सपने के साथ ही अपने माता-पिता और दादाजी प्रधानाध्यापक भारत सिंह का सपना साकार किया। अनुकृति ने नीट 2023 की परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने गांव और जिले का नाम रोशन किया है। अब वह आगे एक कुशल चिकित्सक बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं। अनुकृति के पिता हरेन्द्र सिंह और मां लक्ष्मी गुर्जर दोनों ही शासकीय शिक्षक हैं और ताऊ डॉ. धीरज सिंह गुर्जर महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित शिक्षक हैं, जो उत्कृष्ट विद्यालय क्र.एक भिण्ड में पदस्थ हैं।