चाचा नेहरू को बच्चे बहुत पसंद करते थे : कुरैशी

शहर कांग्रेस कमेटी ने पं. जवाहरलाल नेहरू को दी श्रृद्धांजलि

भिण्ड, 27 मई। शहर कांग्रेस कमेटी, व्यापार एवं उद्योग प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू की 59वीं पुण्यतिथि पर भूता सदन भूता बाजार भिण्ड में श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। जिसमें प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष खिजर मोहम्मद कुरैशी, कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड के प्रदेशाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया पिंकी, शहर अध्यक्ष प्रदीप जैन गुड्डा, व्यापार एवं उद्योग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष संजय भूता, कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष रीना चौहान, स्नेहलता जैन आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शंकर जैन ने किया।
मुख्य वक्ता खिजर मोहम्मद कुरैशी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि चाचा नेहरू को बच्चे बहुत पसंद करते थे, हमें उनसे जीवन में ढेर सारी सीख पाने को मिलती थी, नेहरू जी महान स्वतंत्रता सेनानी थे, देश को आजाद कराने के लिए नेहरूजी ने महात्मा गांधी का साथ दिया था तथा देश प्रेम की ललक साफ दिखाई थी। महात्मा गांधी उनके एक शिष्य मानते थे, जो उनके प्रिय थे। कांग्रेस सेवादल यंग बिग्रेड के प्रदेशाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया पिंकी ने कहा कि पं. जवाहरलाल नेहरू ने गांधीजी के बताए मार्ग पर चलने का निर्णय किया, खादी के कपड़े और गांधी टोपी पहनने लगे। 1920 से 1922 के असहयोग आदोलन में उन्होनें सक्रिय हिस्सा लिया और इस दौरान उन्हें पहली बार गिरफ्तार किया गया। 1926 में जवाहरलाल नेहरू अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी के महासचिव बने।
व्यापार एवं उद्योग प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष संजय भूता ने कहा कि पं. जवाहर लाल नेहरू सात वर्ष इंग्लेण्ड में रहकर फेबियन समाजवाद एवं आयशि राष्ट्रवादी की जानकारी विकसित की, वे भारत के सबसे पहले प्रधानमंत्री थे, इसके पश्चात उन्होंने अपने कॉलेज की शिक्षा ट्रिनिटी कॉलेज कैब्रिंज लंदन से पूरी की, उन्होंने लॉ में डिग्री हासिल करने के लिए कैब्रिंज विश्वविद्यालय में दाखिल लिया। पं. नेहरू ने सात वर्ष इंग्लैण्ड में व्यतीत किए। शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप जैन गुड्डा ने कहा कि पं. जवाहरलाल नेहरू ने 1916 में कमला नहरू से शादी कर ली फिर 1917 में होमरूल लीग में शामिल हुए। 1919 में उनका संपर्क महात्मा गांधी से हुआ, नेहरू जी सक्रिय लेकिन शांतिपूर्ण विचारधारा से प्रभावित हुए। गांधीजी के उपदेश के अनुसार उन्होंने अपने माता-पिता मोतीलाल नेहरू की संपत्ति का त्याग किया।
इस अवसर पर रहीस खान, वीरेन्द्र यादव, शिवानी भदौरिया, मीडिया प्रभारी विपुल जैन, नयन सिंह बाराकलां, अजय जैन, हरिशंकर तिवारी, राहुल यादव, देवेन्द्र जैन, राजेन्द्र कर्णावत, श्रीकृष्ण नरवरिया, दर्शन सिंह तोमर, आजाद खान, सोनवीर सिंह, विनीत शर्मा बंटी, गोविन्द शाक्य, सुरेन्द्र नारायण शर्मा, मोहम्मद इरशाद कुरैशी, नबाब गांधी, पिंटू शर्मा, विनोद जाटव सहित कई लोग मौजूद थे।