भगवान पर भरोसा हो तो प्रहलाद व गजेन्द्र हाथी जैसा : वासुदेव शास्त्री

ग्राम खेरा में चल रही है श्रीमद् भागवत कथा

भिण्ड, 15 मई। मनुष्य को भगवान पर विश्वास हो तो प्रहलाद व गजेन्द्र हाथी जैसा। भक्तों को जब तक भगवान पर अटूट विश्वास और श्रृद्धा ना हो तब तक भक्ति बेकार है। यह उद्गार गोरमी क्षेत्र के ग्राम खेरा में खारवाले बाबा के स्थान पर चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के चौथे दिवस कथा व्यास पं. वासुदेव शास्त्री ने व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि प्रहलाद को भगवान पर पूर्ण भरोसा था कि वह हमारी रक्षा करेंगे तो भरी सभा में लोगों से कहा हर जगह भगवान है, हर कण में भगवान है, जब खम्बे को तोड़ा गया उसमें भगवान प्रकट हो गए और नरसिंह रूप धारण कर हिरण्य कश्यप का वध किया। वहीं गजेन्द्र मोक्ष का वर्णन करते हुए कहा कि गजेन्द्र को गज ने पकड़ा तो उसने सभी को पुकार कर देख लिया, उसके उपरांत भगवान का स्मरण किया तो भगवान ने स्वयं आ कर गजेन्द्र की सहायता की। विश्वास में ही भगवान है। श्रीमद् भागवत गीता व सभी वेदों का यही सार है कि जब तक विश्वास नहीं तब तक आप की भक्ति का कोई फल नहीं है। कथा में पूर्व विधायक राकेश शुक्ला, ग्राम पंचायत आरोली खेरा के सरपंच सहित सैकड़ों श्रोतागण उपस्थित रहे।