जम्मू कश्मीर में चार आतंकवादियों को मारकर शहीद हुए थे अनूप

ग्राम बड़ेरी में क्रांति तीर्थ आयोजन के तहत शहीद अनूप शर्मा को दी श्रृद्धांजलि

भिण्ड, 10 मई। अखिल भारतीय साहित्य परिषद की क्रांति तीर्थ योजना के क्रम में शहीद अनूप शर्मा जन सेवा समिति द्वारा बुधवार को जिले के फूफ कस्बे के पास ग्राम बड़ेरी में शहीद लांस नायक अनूप कुमार शर्मा शौर्यचक्र की 13वीं पुण्यतिथि पर ग्राम बड़ेरी में पहुंचकर श्रृद्धासुमन अर्पित किए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्वोदय संत लल्लू दद्दा जनसेवा समिति के सचिव पहलवान सिंह भदौरिया ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में रिटायर्ड सूबेदार मोहर सिंह भदौरिया, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं प्रदेश सचिव अशोक सोनी निडर, पत्रकार विक्रम सिंह जादौन, गिरीश जोशी, आशुतोष शर्मा आशु आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वरुण सिंह भदौरिया ने किया।

इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिला अध्यक्ष तथा शहीद अनूप शर्मा जनसेवा समिति के अध्यक्ष डॉ. परमाल सिंह कुशवाह ने बताया कि शहीद अनूप शर्मा सात मई 2010 को जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले के ग्राम रफियाबाद में आतंकियों ने घर में घुसकर घरवालों को बंधक बना लिया। घरवालों को आतंकवादियों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए ऑपरेशन रक्षक चलाया गया। ऑपरेशन रक्षक में चंबल के लाडले सपूत पत्रकार रामशंकर शर्मा एवं राजेन्द्रीदेवी के पुत्र अनूप शर्मा ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए चार आतंकवादियों को मार गिराया तथा घरवालों को मुक्त करा कर स्वयं को भारत माता की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देकर शहीद हो गए। उनका अंतिम संस्कार 10 मई 2010 को ग्राम बड़ेरी में किया गया था। भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा मरणोपरांत उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। उनकी 13वीं पुण्यतिथि पर साहित्यकारों, समाजसेवियों, गणमान्य नागरिकों आदि ने उनके गृह गांव बड़ेरी जाकर उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान सियाराम पुरोहित, अनिल शर्मा, अजय कुमार शर्मा, कमलेश बौहरे, शिवकुमार करैया, देवेन्द्र करैया, सुमित नारायण करैया बड़े, हरिमोहन शर्मा, बृह्मदत्त शर्मा, सतीश शर्मा सहित ग्रामीणजन उपस्थित रहे।