पत्रकारिता का मुख्य ध्येय लोक कल्याण हो : उपाध्याय

शहर में मनाई गई ब्रह्माण्ड के प्रथम पत्रकार देवर्षि नारद जयंती

भिण्ड, 07 मई। पत्रकारिता तलवार की धार पर चलने का कार्य है, लोक कल्याण ही पत्रकारिता का मुख्य ध्येय होना चाहिए। यह बात देवर्षि नारद जयंती आयोजन समिति भिण्ड के तत्वावधान में रविवार को शहर के इटावा रोड स्थित मधुवन होटल में आयोजित ब्रह्माण्ड के प्रथम पत्रकार देवर्षि नारद की जयंती पर अयोजित कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि ग्वालियर से आए स्तंभकार रामकिशोर उपाध्याय ने कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी और साहित्यकार पवन जैन ने की। बतौर विशिष्ट अतिथि हरेन्द्र परमार मौजूद रहे। संचालन हर्षवर्धन जैन ने किया।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में पग-पग पर कांटे और असहयोग ही मिलने वाला है। यदि शहीदे आजम भगत सिंह की भांति आप भी अपने जीवन का बलिदान करके समाज को सुधारना चाहते हैं तो ही इस क्षेत्र में अपना कदम रखें। जिसने कोई घटना देखी नहीं है, उसे जैसी की तैसी उन लोगों तक पहुंचाना ही पत्रकारिता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता जितनी सरल और सहज समझी जाती है, उतनी है नहीं। सबसे कठिन अंचल की पत्रकारिता है लेकिन हमारे ऊपर बैठे लोग इस बात को नजरअंदाज करते आ रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय की पत्रकारिता और उस दौरान जिले एवं संभाग से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों एवं पत्रकारों की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा देवर्षि नारद के चित्र का पूजन कर किया गया और अंतम में सभी उपस्थित पत्रकारों का सम्मान किया गया। इस मौके पर पत्रकारों के साथ कार्यक्रम की व्यवस्था में आदित्य प्रताप सिंह भदौरिया, मनीष ओझा, प्रतीक बरुआ, दीपक गुप्ता, पंकज यादव, अमर सिंह भदौरिया, रामकुमार सिंह भदौरिया, संतोष शर्मा मौजूद रहे।