भिण्ड, 20 अप्रैल। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भिण्ड श्रीमती सुरभि मिश्रा के आदेशानुसार एवं जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हिमांशु कौशल के मार्गदर्शन में विशेष जागरुकता सप्ताह अंतर्गत बालकों के लिए मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं योजना 2015 के अंतर्गत बच्चों के कानूनी अधिकारों तथा नशा मुक्ति के संबंध में बालगृह अटेर रोड भिण्ड में विधिक साक्षरता एवं जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में मुख्य रूप से पंचम अपर जिला न्यायाधीश भिण्ड दिनेश कुमार खटीक ने नालसा की बालकों के लिए मैंत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं योजना, 2015 तथा नशा पीड़ितों के लिए विधिक सेवाएं योजना 2015 एवं 18 से 24 अप्रैल तक चलाए जा रहे विशेष नशा मुक्ति सप्ताह के कार्यक्रम के अंतर्गत उपस्थित बच्चों को जानकारी देते हुए बताया कि नालसा नशा पीड़ितों के लिए विधिक सेवा योजना में योजना का लक्ष्य विशेष इकाईयों की स्थापना ड्रग दुरुपयोग के पीड़ितों के परिवारों को जागरुक करना एवं नशा मुक्ति केन्द्रों के साथ समन्वय आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नशा न सिर्फ समाज के लिए घातक है, बल्कि उस व्यक्ति और उस परिवार के लिए भी घातक है, जो उससे प्रभावित होता है। इसलिए नशे से दूर रहना सभी के लिए आवश्यक है।
जिला विधिक सहायता अधिकारी सौरभ कुमार दुबे ने बताया कि सभी बच्चों को नशे से दूर रहना चाहिए तथा ऐसे किसी पदार्थ का सेवन न करें जिससे नशा होता है तथा ऐसे व्यक्तियों के साथ भी न रहें जो नशा करते हैं। इस प्रकार अपने मौलिक कर्तव्यों का पालन करते हुए वे समाज व देश के जिम्मेदार नागरिक होने की भूमिका निभाएं। इस अवसर पर श्रीमती निधि चौबे अधीक्षक बाल गृह, जितेन्द्र शर्मा पीएलव्ही भिण्ड तथा बाल गृह का स्टाफ उपस्थित रहा।