बहन के प्रेमी की भाईयों ने गला काटकर की हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार

18 घण्टे के अंदर भारौली पुलिस ने आरोपियों को पहुंचाया जेल

भिण्ड, 08 अप्रैल। भारौली थाना पुलिस ने बहन के प्रेमी की ब्लेड से गला काटकर हत्या करने वाले दो भाईयों को घटना के महज 18 घण्टे के अन्दर गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
एएसपी भिण्ड कमलेश खरपुसे, डीएसपी अरविन्द शाह एवं भारौली थाना प्रभारी अनीता गुर्जर ने हत्या काण्ड का खुलाशा करते हुए बताया कि लंबे समय से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसकी भनक परिजनों को लगी तो मृतक कुल्दीप यादव को परिजनों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना तो मौका पाते ही भारौली थाना क्षेत्र के इंदल सिंह कुशवाह के मकान के पास मैन रोड पाखरपुरा में पिंटू पुत्र ओमप्रकाश यादव, मुन्ना पुत्र परशुराम यादव निवासीगण ऊमरी ने ब्लेड से गला काटकर छह अप्रैल को शाम छह बजे उसे मौत के घाट उतार दिया और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। पुलिस ने 18 घण्टे के अंदर दोनों आरोपियों को पकडक़र सलाखों के पीछे भेज दिया है।
एएसपी ने बताया कि छह अप्रैल को फरियादी कप्तान सिंह पुत्र स्व. कृष्ण सिंह यादव निवासी गोरम की आरोपीगण द्वारा फरियादी के लडक़े कुलदीप यादव उम्र 22 साल की गला काटकर हत्या करने की रिपोर्ट पर से अपराध क्र.19/23 धारा 302, 34 भादंवि का पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारौली थाना प्रभारी एवं टीम द्वारा सात अप्रैल को स्थानीय मुखबिर की सूचना पर ऊमरी के लिए थाना प्रभारी मय टीम के रवाना हुए। ऊमरी में पाण्डरी बाबा के मन्दिर के पास रोड पर दो लडक़े मुंह बांधे चले जा रहे थे, जिन्हें घेरकर हिरासत में लिया और पूछताछ की तो विधिविरुद्ध बालक एवं दोनों आरोपियों ने बताया कि कुलदीप यादव निवासी गोरम का हमारी बहिन से प्रेम प्रसंग चल रहा था एवं बातचीत करता था, हम दोनों ने कई बार बात करने से मना किया तो वह नहीं माना। इसीलिए हम दोनों ने कुलदीप का गला काटकर हत्या कर दी। बाद आरोपी एवं विधि विरुद्ध बालक को समक्ष पंचान विधि गिरफ्तार किया, मैमो के आधार पर आरोपी एवं विधि विरुद्ध बालक से घटना में प्रयुक्त ब्लेड व अपराध के वक्त पहने हुए खून आलूदा कपड़े जब्त किए गए। आरोपीगणों को न्यायालय में पेश करते हुए जेल भेज दिया है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी भारौली उपनिरीक्षक अनीता गुर्जर, उपनिरीक्षक मुनेन्द्र राठौर, तकनीकी टीम प्रभारी कार्यकारी एएसआई मेहताब सिंह, एएसआई सत्यवीर सिंह, प्रधान आरक्षक मनीष सिंह भदौरिया, विनोद सिंह चौहान, अमित सिंह, मयंक सिंह, आरक्षक मोहित, गौरव, सैनिक रमेश सिंह की सराहनीय भूमिका रही।