टी. नटराजन : मां रोड पर मीट बेचती थी, IPL ने बनाया करोड़पति तो इंजरी ने किया टीम इंडिया से बाहर

नई दिल्ली| इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया का सबसे बड़ा टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट है। इस लीग ने एक नहीं बल्कि कई क्रिकेटर्स की जिंदगी बदली है। फर्श से अर्श तक पहुंचाया है। सड़क से उठाकर स्टार बनाया है। ऐसे ही एक प्लेयर हैं, थंगरासू नटराजन। दुनिया उन्हें टी. नटराजन के नाम से जानती है। तमिलनाडु के एक छोटे से गांव में पैदा हुए नटराजन के संघर्श की दास्तां सुनकर कोई भी भावुक हो जाएगा। संघर्ष के रास्ते आईपीएल में करोड़पति बनने के बाद नटराजन ने टीम इंडिया तक का सफर तय किया, लेकिन इंजरी के बाद बाहर हो गए।
मुश्किल से मिलती थी दो वक्त की रोटी
आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलने वाले टी. नटराजन एक ओवर की सारी छह गेंदें यॉर्कर फेंकने का हुनर रखते हैं। नटराजन के पास भले ही आज सबकुछ है, लेकिन किसी वक्त उन्होंने भयंकर गरीबी देखी। कभी दो वक्त की रोटी भी मुश्किल से नसीब होती थी। घर चलाने के लिए मां सड़क किनारे ठेले पर मीट बेचती तो पिता दिहाड़ी मजदूरी करते।
IPL 2017 में मिले 3 करोड़ रुपये
इन मुश्किलों के बावजूद उन्होंने क्रिकेटर बनने की इच्छा नहीं छोड़ी। टेनिस बॉल टूर्नामेंट खेलकर गली-गांव और जिले में नाम कमाया। धीरे-धीरे अपनी लेफ्ट आर्म पेस बोलिंग से डोमेस्टिक क्रिकेट में छा गए। साल 2017 में नटराजन की किस्मत तब पलटी जब वीरेंद्र सहवाग की नजर उन पर पड़ी। वीरू तब आईपीएल में पंजाब के मेंटॉर थे। उन्होंने नटराजन को 3 करोड़ रुपये की कीमत देकर खरीदा, जो उनके बेस प्राइस 10 लाख से 30 गुना ज्यादा था। किंग्स इलेवन पंजाब ने इस लेफ्ट आर्म पेसर को छह मैच खिलाए, विकेट सिर्फ दो ही मिले। यहां से नटराजन को समझ आ चुका था कि अगर आगे बढ़ना है तो इतने से काम नहीं चलेगा।

IPL 2020 टर्निंग पॉइंट

अगले साल यानी 2018 में वह सनराइजर्स हैदराबाद के साथ जुड़ गए। यहां खेलने तो नहीं मिला, लेकिन टैलेंट जमकर पॉलिश हुआ। दो साल तक नेट्स में पसीना बहाने के बाद साल 2020 में नटराजन के करियर ने पलटी मारी। यह सीजन उनके लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। 16 मैच में एकदम किफायती गेंदबाजी के साथ 16 विकेट झटके। वर्ल्ड क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गजों को अपनी यॉर्कर से घुटने टेकने पर मजबूर किया। इसी खेल के बूते टीम इंडिया में एंट्री पाई।
टीम इंडिया के लिए डेब्यू
वैसे तो नटराजन को ऑस्ट्रेलिया टूर पर बतौर नेट बोलर जगह मिली थी, लेकिन एक के बाद एक सारे धुरंधरों के इंजर्ड होने के बाद उन्हें मजबूरन खिलाना पड़ा। तमिलनाडु के इस युवा पेसर ने आपदा को अवसर में बदल दिया और तीनों फॉर्मेट यानी टेस्ट, टी-20 और वनडे में टीम इंडिया से डेब्यू कर गए। ऐसा करने वह एकमात्र भारतीय खिलाड़ी भी बने।

मगर वक्त का पहिया एकबार फिर पलट चुका है। साल 2021 के आईपीएल में पहले कोरोना और फिर इंजरी के चलते सिर्फ दो ही मैच खेल पाए। तब से टीम इंडिया से भी बाहर चल रहे हैं। आईपीएल 2022 के 11 मुकाबलों में उन्होंने 18 विकेट चटकाए, लेकिन वह भारतीय टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए नाकाफी था। देखने होगा कि इस बार नटराजन अपनी टीम हैदराबाद के लिए कैसा करते हैं और क्या भारतीय टीम में जगह बना पाते हैं।