रिसर्च में दावा : 140 साल की उम्र तक जीएंगे इंसान

लोगों के जीने की क्षमता में हो रहा इजाफा

साधारण तौर पर इंसानों की उम्र 80 से 100 सालों तक होती है और कुछ इंसान 100 की उम्र के बाद भी कई सालों तक जिंदा रहते हैं। लेकिन, औसतन 80 से 90 साल तक ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है।

लेकिन, वैज्ञानिकों का दावा है, कि इंसानों के जिंदा रहने की उम्र अभी बढ़ने वाली है और आगे जाकर इंसान 140 साल की उम्र तक जिंदा रह सकते हैं। वैज्ञानिकों ने कहा है, कि अभी इंसान अपने जीने के उम्र के अधिकतम पड़ाव तक नहीं पहुंचे हैं।

इंसानों की उम्र होगी 140 साल

कई विशेषज्ञों ने लंबे समय से संदेह जताया है, कि मानव जीवनकाल अपनी अधिकतम सीमा तक पहुंच गया है और जीन कैलमेंट के रिकॉर्ड को पार करने की कोई संभावना नहीं थी, जो एक फ्रांसीसी महिला थी, जिसकी 122 साल की उम्र में मृत्यु हुई थी। लेकिन एक नए अध्ययन ने निष्कर्ष निकला है, कि हम अभी भी जीने की अधिकतम सीमा तक पहुंचने से काफी दूर हैं। वहीं, इस बात की 50/50 प्रतिशत संभावना है, कि 1940 में ब्रिटेन में जन्मा कोई व्यक्ति 125 वर्ष की प्रभावशाली उम्र तक पहुंचेगा। इसका मतलब यह होगा, कि 2065 की उम्र तक वो व्यक्ति जिंदा रहेगा। जॉर्जिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने ब्रिटेन में 1880 में पैदा हुए लोगों के जीवन काल का विश्लेषण किया. ताकि यह पता लगाया जा सके कि भविष्य में उनके उम्र को लेकर क्या बदलाव संभव हो सकते हैं। उनके अनुमानों से पता चलता है, कि 1970 में पैदा हुए पुरुष संभावित रूप से 141 वर्ष की आयु तक पहुंच सकते हैं, और 1970 में पैदा हुई सबसे बुजुर्ग महिलाएं 131 तक पहुंच सकती है।

क्या अनुमानों पर पुख्ता विश्वास करना संभव है?

फिलहाल इन अनुमानों पर पुख्ता विश्वास करना संभव नहीं है, लेकिन ये लोग अभी भी इतने युवा हैं, कि रिसर्च में शामिल लेखकों का कहना है, कि उन्हें इन अनुमानों पर ‘कोई विश्वास नहीं’ है। शोधकर्ताओं का कहना है, कि उनके अनुमान गलत साबित हो सकते हैं, क्योंकि वो सिर्फ आंकड़ों के गणना के हिसाब से ऐसा दावा कर रहे हैं। हालांकि, वैज्ञानिक इस बात को लेकर काफी हद तक निश्चित हैं, कि 1940 में पैदा हुआ एक पुरुष अपने 125वें जन्मदिन तक पहुंच सकता है, और उसी वर्ष पैदा हुई एक महिला साढ़े 124 साल की उम्र तक जिंदा रह सकती है। इन अनुमानों की 50/50 प्रतिशत संभावना है। माना जाता है, कि अब तक दुनिया में सबसे बुजुर्ग व्यक्ति सुश्री कैलमेंट थीं, जिनकी उम्र 122 साल और 164 दिनों तक पहुंचने की जानकारी थी, हालांकि कुछ विशेषज्ञों को इस बारे में संदेह है। हालांकि, अगर ये सच है, तो वैज्ञानिकों का कहना है, कि अगले 25 साल तक दुनिया का कोई व्यक्ति उस उम्र तक नहीं पहुंचेगा। यह अध्ययन 19 अलग-अलग देशों में जीवनकाल को देखने के लिए और यह समझने के लिए किया गया है, कि क्या लोगों की उम्र बढ़ना कम हुआ या लोगों ने ज्यादा जिंदा रहना शुरू कर दिया है।

लोगों की जीने की उम्र बढ़ेगी

रिसर्च में पता चला है, कि ज्यादातर लोग अब अच्छी वृद्धावस्था की उम्र तक पहुंच रहे हैं। यानि, नब्बे साल के आसपास तक जी रहे हैं। रिसर्चर्स का अनुमान है, कि ये ट्रेंड इस बात की तरफ इशारा करते हैं, कि 90 साल की उम्र के आसपास तक जीने वालों की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। जर्नल पीएलओएस वन में प्रकाशित परिणाम बताते हैं, कि आने वाले दशकों में लोगों की मृत्यु की उम्र नाटकीय रूप से बढ़ जाएगी। स्वीडन में, जिसके पास सबसे अधिक वर्षों का डेटा है, उसमें देखा गया है, कि 1780 में पैदा हुए लोग भी उतने ही दिन जिए, जितना की साल 1900 में जन्में लोग। यानि, चार पीढ़ियों तक लोगों की जीने की उम्र में इजाफा नहीं हुआ, लेकिन अब ये ट्रेंड बदलने लगा है। रिसर्चर्स का कहना है, कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दुनिया ने काफी तरक्की की है, और मेडिकल सुविधाएं बढ़ी हैं, अलग अलग बीमारियों के वैक्सीन आ गये हैं, लोगों की खान- पान के स्तर में सुधार हुआ है और ज्यादातर देशों में अब राजनीतिक स्थिरता आने लगी है, जिसने लोगों की जीने की उम्र बढ़ाने में भारी योगदान दिया है और आने वाले सालों में इन फैक्टर्स में और सुधार आएगा और लोगों की जीने की उम्र और बढ़ेगी।

सौ साल से ज्यादा जीने की क्षमता बढ़ेगी

लेखकों का कहना है, कि 1910 और 1950 के बीच पैदा हुए लोगों में सबसे बुजुर्ग नियमित रूप से 120 या उससे अधिक तक जीवित रह सकते हैं। जॉर्जिया विश्वविद्यालय से अध्ययन का नेतृत्व करने वाले डॉ डेविड मैककार्थी ने कहा, कि ‘आने वाले दशकों में ये समूह एडवांस आयु प्राप्त करते हैं और दीर्घायु रिकॉर्ड में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है’। उन्होंने कहा, कि ‘हमारे परिणाम पूर्व के काम की पुष्टि करते हैं, जो सुझाव देते हैं, कि यदि मानव जीवन की अधिकतम सीमा है, तो हम अभी तक उस तक नहीं पहुंच रहे हैं।’ अभी तक के पुख्ता रिकॉर्ड के मुताबिक, शार्लोट ह्यूजेस, जिनका जन्म अगस्त 1877 में हुआ था और मार्च 1993 में उनकी मृत्यु हो गई, वे यूके में अब तक के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाली व्यक्ति थीं, जिनकी आयु 115 वर्ष और 228 दिन थी। उन्होंने अपनी लंबी उम्र के लिए चाय के कपों को श्रेय दिया था और 1992 में 115 साल की उम्र में फ्लाइट से यात्रा करने वाली वो सबसे उम्रदराज व्यक्ति थीं।