नेशनल हाईवे जाम करने वाले भाजपा नेताओं पर केस दर्ज क्यों नहीं?
भिण्ड, 18 मार्च। भिण्ड जनपद कार्यालय पर जनपद पंचायत की सीईओ सुनीता शर्मा और जनपद उपाध्यक्ष शिवांकर भदौरिया के बीच हुए विवाद को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार और जिला प्रशासन पर निशाना साधा है।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता और भिण्ड विधानसभा क्षेत्र के वरिष्ठ नेता डॉ. अनिल भारद्वाज ने भाजपा सरकार से महिला सुरक्षा को लेकर सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश महिला उत्पीडऩ में में नंबर एक पर है, लेकिन अब तो उनकी सरकार में महिला अफसर ही सुरक्षित नहीं है। भाजपा नेता भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए फर्जी बिल पास कराने हेतु जनपद भिण्ड की अधिकारी को जान से मारने की धमकी देते हैं। और तो और उन पर कार्रवाई हेतु और अपनी सुरक्षा हेतु एक अधिकारी को सारे दिन थाने के चक्कर काटने पड़ते हैं। बड़े शर्म की बात है कि जिला प्रशासन के मुखिया अपनी आंखों पर पट्टी बांधकर पूरे मामले को जानकर भी अनदेखा करते हुए देखते रहें। भाजपा नेताओं के दबाब में एक महिला अधिकारी को अपनी शिकायत दर्ज करवाने के लिए नौ घण्टे इंतजार करना पड़ा। डॉ. भारद्वाज ने पुलिस अधीक्षक से भी सवाल किया कि आखिर पुलिस पर किसका दबाब था ये पुलिस की भूमिका पर भी एक बड़ा सवाल है?
भाजपा नेताओं ने हाईवे जाम कर उड़ाई कानून की धज्जियां
कांग्रेस पार्टी ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ तो कई मामले में प्रशाशन पीडि़त पक्ष पर ही हाइवे जाम पर मुकद्दमा दर्ज करने में देर नहीं लगती, फिर भाजपा नेताओं द्वारा नेशनल हाइवे जाम करने पर प्रकरण दर्ज क्यों नही करता है? सबसे बड़ी बात है कि पुलिस की मौजूदगी में थाने के सामने की घटना से स्पष्ट होता है, पुलिस का संरक्षण खुद अपराधियों को प्रदान था? इसलिए कानून का मखौल कानून की सुरक्षा करने वालों के सामने ही उड़ाया गया। कांग्रेस नेता डॉ. भारद्वाज ने कहा कि भिण्ड जिले में कानून व्यवस्था पूर्णता मृत हो चुकी है। रामराज का दावा करने वाली शिवराज सरकार सरकार के कार्यकाल में मप्र में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट है। न यहां महिला सुरक्षित है और न महिला अधिकारी।