स्थानीय विषय आधारित कार्यक्रम के तहत आपदा प्रबंधन कार्यशाला आयोजित

भिण्ड, 13 मार्च। युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित नेहरू युवा केन्द्र के तत्वावधान में स्थानीय विषय आधारित कार्यक्रम के अंतर्गत आपदा प्रबंधन कार्यशाला का आयोजन भिण्ड जिले की स्टेट डिजास्टर इमरजेंसी रिस्पांस टीम के सहयोग से किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में खेल प्रशिक्षक राधेगोपाल यादव एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा अधिकारी आशुतोष साहू ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में आपदा प्रबंधन से प्लाटून कमांडर बृजमोहन सिंह नरवरिया व जिला समन्वयक आनंद विभाग संजय सिंह रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन भिण्ड ब्लॉक एनवाईवी आशुतोष शर्मा नंदू ने किया। सर्वप्रथम स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
मुख्य अतिथि खेल प्रशिक्षक राधेगोपाल ने कहा कि आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेना सभी के लिए आवश्यक है। हम तो प्रशिक्षित होंगे ही, साथ में हम अपने मित्रों व आसपास के लोगों को भी अवगत करवाकर जागरुक कर सकते हैं। कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए जिला युवा अधिकारी आशुतोष साहू ने कहा कि आपदा किसी भी समय किसी भी परिस्थिति में आ सकती है, इसलिए हम सभी को इसके लिए तैयार रहना चाहिए, यही इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। इस कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त 50 युवाओं को आपदा के समय स्वयंसेवक के रूप में भविष्य में याद किया जा सकता है।
प्लाटून कमांडर बृजभान सिंह नरवरिया ने अपने एसडीईआरएफ दल के सदस्यों की सहायता से सभी विषयों पर प्रकाश डाला, उन्होंने आपदा में प्रयुक्त विभिन्न मशीने जैसे आरआर शॉ मशीन, चैन शॉ मशीन, बोल्ट कटर आदि के बारे में युवाओं को अवगत कराया और मशीनो के कार्यों को प्रदर्शित भी किया। इसके बाद उन्होंने सीपीआर तकनीक के बारे में बताया कि किस तरह किसी घायल या ट्रामा से ग्रसित व्यक्ति की जान इस तकनीक से बचाई जा सकती है। इसके बाद सिलिंडर में आग के बचाव के तरीके, गौरी सरोवर पर नावों पलटने की स्तिथि में क्या करना चाहिए, इस बारे में भी युवाओ को प्रदर्शित करके समझाया गया।
जिला समन्वयक आनंद विभाग संजय सिंह ने युवाओं से आह्वान किया कि हमें ऐसी कार्य शालाओं में जरूर शामिल होना चाहिए, क्योंकि यह आपदा के समय हमारी मित्र होती हैं। कार्यक्रम के सभी युवाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में नेहरू युवा केन्द्र से रामसेवक मौर्य, राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक आशुतोष शर्मा नंदू, कीर्ति तिवारी, भारती, अंकित दुबे, सर्वे भवंतु सुखिन: युवा मण्डल के सचिव आकाश शर्मा आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा। अंत में धर्मवीर सिंह ने सभी का आभार व्यक्त किया।