भाविप शाखा जागृति द्वारा होली मिलन समारोह आयोजित
संस्कृति सप्ताह के प्रथम दिन नवोदित कवियत्री साक्षी का किया सम्मान
भिण्ड, 12 मार्च। भारत विकास परिषद शाखा जागृति द्वारा संस्कृति सप्ताह के प्रथम दिवस रविवार को होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सभी सदस्यों ने आपस में गुलाल अबीर लगाकर एवंं पुष्प वर्षा कर एक-दूसरे को बधाई दी। कार्यक्रम का विधिवत प्रारंभ रमन मित्तल दीदी ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर परिषद की सचिव रत्ना कुशवाह ने होली त्यौहार के प्रारंभ की कथा सुनाते हुए कहा कि राजा हिरण्य कश्यप का बेटा प्रहलाद भगवान विष्णु का परम भक्त था और विष्णु जी की भक्ति में लीन रहता था। हिरण्य कश्यप को यह बात पसंद न थी, इसलिए उन्होंने प्रहलाद को कई तरीकों से मारने का प्रयास भी किया। अंतत: उन्होंने अपनी बहन होलिका से कहा कि वह प्रहलाद को लेकर अग्नि में प्रवेश कर जाए, जिसके परिणामस्वरूप होलिका जल कर मर गई और भक्त प्रहलाद बच गए। जिसके पश्चात हिरण्य कश्यप की क्रूरता को समाप्त करने हेतु भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लिया और हिरण्य कश्यप को समाप्त कर दिया। तभी से होलिका दहन का प्रचलन शुरू हुआ और होलिका की अग्नि में बुराईयों के समाप्त होने के बाद खुशियां मनाने के लिए अगले दिन रंग खेलने की प्रथा शुरू हुई।
इसी क्रम में परिषद की उपाध्यक्ष सुनीता सोनी ने सबको होली की बधाई दी और मिल-जुलकर साथ कार्य करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम का संचालन कर रहीं शाखा कोषाध्यक्ष रेखा अग्रवाल ने सभी का स्वागत किया। युवा कवियत्री साक्षी जैन, गगन शर्मा, अंजू शर्मा ने काव्य पाठ किया। युवा कवियत्री साक्षी जैन ने बेटियों की समस्या को गाते हुए कहा- सुनो क्या कहती हैं ये नाजुक कली, आने को डरती हैं बाहर हर घड़ी।
मंचीय बौद्धिक के बाद पुष्प और अबीर से सभी सदस्यों ने एक दूसरे को उल्लास और हर्ष से बधाई दी। समस्त महिलाओं द्वारा होली के पारंपरिक गीतों का गायन भी किया गया, जो अत्यंत आनंद दायक रहा। इस अवसर पर युवा कवियत्री साक्षी जैन को उनके द्वारा किए जा रहे साहित्य सृजन के लिए शॉल श्रीफल से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शाखा संस्थापक अरुणा पाठक, आभा जैन, ऊषा नगरिया, प्रियंका शुक्ला, दिव्या शिवहरे, दीपशिखा शर्मा, एडवोकेट रश्मि भदौरिया, रानी जैन, हेमलता द्विवेदी, कमलेश जुनेजा, ब्रजबाला श्रीवास्तव, साक्षी पाठक, मनोज दीक्षित, धीरज शुक्ला आदि उपस्थित रहे।