शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने पार्षद व प्रशासन ने तलाशी संभावना

भिण्ड, 04 मार्च। गोहद नगर की एक लाख से अधिक आबादी को पेयजल उपलब्ध कराने का एकमात्र स्त्रोत वैसली जलाशय में मालनपुर औद्योगिक इकाईयों का केमिकल युक्त पानी से आने से जलाशय का पानी प्रदूषित हो गया है। पानी इतना गंदा व बदबूदार हो गया है कि जनता को स्तेमाल करने पर खुजली व पीने पर बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है, चारों ओर हा-हाकार मचा हुआ है, लोग शुद्ध पेयजल की तलाश में भटक रहे हैं। वैसली जलाशय से गोहद नगर के वार्ड क्र.एक से 15 तक सप्लाई की जाती है, शेष तीन वार्डों में लोग भगवान भरोसे रहते है। यहां नगर पालिका ने हैण्डपंप खनन कराए हैं, जो भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रहे हैं। गोहद नगर में प्रदूषित पेयजल को लेकर जनता में भारी आक्रोश पनप रहा है। नगर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने को लेकर गोहद नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मंजू जगदीश माहौर, उपाध्यक्ष सुनील कांकर, रजिया अकरम खान, श्रीमती राजाबेटी बबलू सेमर, सीएमओ सुरेन्द्र शर्मा वेशली जलाशय पहुंचे और संभवनाओं को तलाशा।

गोहद नगर पालिका क्षेत्र में ग्रीष्म ऋतु के दस्तक देते ही पेयजल संकट उतपन्न हो गया। यहां नित्यक्रिया के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं है। नगर में व्याप्त पेयजल संकट को लेकर कांग्रेस पार्षद शैलेन्द्र-दशरथ सिंह गुर्जर ने परिषद की बैठक में पुरजोर ढंग से उठाई, जिसके फलस्वरूप नगर पालिका प्रशासन हरकत में आया और वैशली जलाशय में स्थित निजी नलकूप को हायर किया है, जिसमें नलकूप से कुआ तक पाइप लाइन डालकर पानी लाया जा रहा है। नगर पालिका के स्वयं के नलकूप से भी पानी कुआ तक लाया जा रहा है। वैशली जलाशय का एक हिस्सा जहां का पानी दुर्गंध युक्त नही है, वहां पनडुब्वी डाली गई है, साथ दुर्गंध युक्त पानी को निकाला जा रहा है। नगर पालिका द्वारा लेजम भी क्रय की जा रही है।