संपूर्ण वांग्मय के पुरोधा थे विवेकानंद : आरएन तिवारी

विकास यात्रा की धुरी बने जन अभियान परिषद : सिसोदिया
विवेकानंद जयंती पर जन अभियान परिषद ने किया जिला स्तरीय व्याख्यान माला का आयोजन

भिण्ड, 24 जनवरी। यदि संक्षिप्त शब्दों में विवेकानंद को समझना है तो कह सकते हैं कि संपूर्ण वांग्मय के पुरोधा थे विवेकानंद, वे एक मात्र उस समय के सनातन परंपरा के वाहक थे। उन्होंने भारतीय सनातन की ध्वजा को शिकागो में न केवल फहराया बल्कि भारतीय जीवन शैली, विचारों को भी परिचित कराया। वे भारतीय सनातन के अद्वितीय संत थे। यह बात शा. उत्कृष्ट विद्यालय के रिटायर व्याख्याता आरएन तिवारी ने कही। वे जिला पंचायत सभागार भिण्ड में स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आयोजित जिला स्तरीय व्यख्यानमाला में बोल रहे थे। इस अवसर पर मप्र जन अभियान परिषद के चंबल संभाग के संभाग समन्वयक धर्मेन्द्र सिंह सिसोदिया, वरिष्ठ समाजसेवी श्रवण पाठक, विद्यावती महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रामानंद शर्मा, एनएसएस जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. धीरज सिंह गुर्जर, विकास खण्ड समन्वयक बृजेन्द्र शर्मा, रौन विकास खण्ड समन्वयक जयप्रकाश शर्मा सहित जिले की समस्त नवांकुर संस्थाओं के प्रतिनिधि, प्रस्फुटन समितियों के प्रतिनिधि, मेंटर्स, बीएसडब्ल्यू/ एमएसडब्ल्यू के छात्र सहित अन्य समाजसेवी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन लहार विकास खण्ड समन्वयक सुनील चतुर्वेदी और आभार प्रदर्शन जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह भदौरिया ने किया। इस अवसर पर नवांकुर समितियों के कार्यों की समीक्षा की गई और विकास यात्रा को लेकर कार्ययोजना पर विस्तार से चर्चा भी की गई।
जिला पंचायत परिसर में दीप प्रज्वलन के बाद आयोजित कार्यक्रम में संभाग समन्वयक धर्मेन्द्र सिंह सिसोदिया ने जन अभियान परिषद के कार्यों की पूर्ण रूपरेखा रखी और बताया कि किस प्रकार परिषद ने महान उपाधियों के कृतित्व और व्यक्तित्व को नीचे तक पहुंचाया है। उन्होंने विकास यात्रा के बारे में कहा कि जन अभियान परिषद नोडल एजेंसी है विकास यात्रा की। इसलिए हमें यह ध्यान रखना होगा कि यात्रा उसी अनुरूप निकले जो मंशा शासन की है। उन्होंने शिकागो विश्व धर्म सम्मेलन में अपनी बात रखते हुए भारत की सभ्यता को दुनिया की सबसे श्रेष्ठ सभ्यता सिद्ध किया था।
मुख्य अतिथि के तौर पर श्रवण पाठक ने कहा कि परिषद सदैव से अभिनव पहल करती रही है, यह आयोजन उसी कड़ी का हिस्सा है। इस हेतु परिषद को साधुवाद है। पिछले दो सालों से परिषद ने जो गति पकड़ी है वह काबिले तारीफ है। विवेकानंद जी के बारे में जितना कहा जाए कम है, वे इस धरती के ऐसे सूर्य थे जिसका प्रकाश ब्रह्माण्ड के कण कण को सुशोभित कर गया। विद्यावती महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. रामानंद शर्मा ने कहा कि वे अतुलनीय प्रतिभा के धनी थे, उन्होंने सनातन धर्म की जो ध्वजा फहराई वह आज भी अक्षुण है। एनएसएस के डॉ. धीरज सिंह गुर्जर ने कहा कि विवेकानंद जी के जीवन पर प्रकाश डालने के लिए यहां प्रखर विद्वान मौजूद हैं, उनका आशीर्वाद हम सबको मिलेगा। मैं इस मंच से कहना चाहता हूं कि परिषद ने जो यह बीड़ा उठाया है वह अतुलनीय है। कोरोना वॉलियंटर अभियान हो या अंकुर अभियान, हर घर तिरंगा अभियान हो अथवा कोई भी समाज से जुड़ा अन्य कार्य जन अभियान परिषद सदैव अपनी सकारात्मक भूमिका के साथ दिखाई देता है यह प्रशंसनीय है।
मुख्य वक्ता आरएन तिवारी जी ने विवेकानंद के जन्म से लेकर उनके महाप्रयाण तक की जीवन गाथा को विस्तार से सभी के मध्य रखा। उन्होंने कहा कि अब आपको उनकी सनातन धर्म की ध्वजा को युवाओं को आगे ले जाने का पावन कार्य करना है, यह आपसे समाजसेवी ही कर सकते हैं जन अभियान परिषद कर सकती है। जिला समन्वयक शिवप्रताप सिंह ने कहा कि स्वामीजी ने भारत की अखण्डता संप्रभुता और सांस्कृतिक विरासत को विदेशी धरती पे परिभाषित किया। यह सही मायने में प्रत्येक जन के लिए गौरव की बात थी। इस अवसर पर विकासखण्ड समन्वयक बृजेन्द्र शर्मा, जयप्रकाश शर्मा और सुनील चतुर्वेदी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इससे पूर्व सुबह संभाग समन्वयक ने ग्राम डिड़ी में प्रस्फुटन समिति के साथ बैठक की और उनके द्वारा किए गए कायो्रं का जायजा लिया, इस दौरान जन अभियान परिषद की समस्त योजनाओं की जानकारी और प्रस्फुटन समितियों की कार्यशैली के बारे में जानकारी भी दी गई। तदुपरांत उन्होंने नवांकुर संस्था चौ. रूप नारायण दुबे समाज कल्याण समिति का निरीक्षण किया और कार्यों को विस्तार से देखा। उन्होंने सीएमसी एलडीपी के अंतर्गत संचालित बीएसडब्ल्यू और एमएसडब्ल्यू की भिण्ड, अटेर और मेहगांव की कक्षाओं का निरीक्षण किया और आवश्यक दिशा निर्देश विकास खण्ड समन्वयक और जिला समन्वयक को दिए।