गोहद में दहशतगर्दी पर रोक लगाने की मांग को लेकर बाम जन संगठनों ने सौंपा ज्ञापन

भिण्ड, 16 जनवरी। बीती 14 जनवरी को जनता मकर संक्रांत जैसे त्यौहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाए जाने की तैयारी में लगी हुई थी। वहीं इटायली गेट के नजदीक बेशकीमती जगह हथियाने को लेकर गोहद के भूमाफिया प्रशासनिक एवं पुलिस के बल पर न सिर्फ फायरिंग कर दहशत फैला रहे थे, बल्कि चलते राहगीरों को पीट रहे थे। उनके हाथों से गुण्डों द्वारा मोबाइल छीन लिए गए, जिसमें अजय माहौर और उनकी मां मुन्नीबाई को भूमाफिया एवं भाड़े के गुण्डों ने मिलकर जमकर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया और पुलिस इस ताण्डव को मूक दर्शक बनकर देखती रही। यह आरोप बाम जन संगठनों ने सोमवार को एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार निशिकांत जैन को सौंपे ज्ञापन में लगाया है। ज्ञापन की एक प्रति गोहद एसडीओपी को भी दी गई है।
माकपा के सचिव कामरेड रशीद खान ने जानकारी देते हुए बताया कि इटली गेट के पास नया बस स्टैण्ड पर सर्वे क्र.1115 को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है, गोहद तहसीलदार अनिल पटेल ने बगैर दूसरे पक्ष को सुने भू माफियाओं के लिए जगह खाली करवा दी। कस्बे में चर्चा है कि तहसीलदार ने यह काम ले-देकर किया है, जबकि उक्त जगह पुराने दस्तावेज में मुन्नीबाई माहौर के ससुर मनोहर का नाम दर्ज है। उन्होंने बताया कि बात इतनी ही नहीं है, तहसीलदार द्वारा पारित आदेश के खिलाफ एसडीएम कोर्ट में अपील की गई, जिसमें बाकायदा स्थगन आदेश दिया गया है, उसके बावजूद प्रशासन एवं पुलिस ने आंखें बंद कर लिया और अपने आप को भू माफियाओं के सामने सरेंडर कर दिया है, बगैर नगर पालिका की मंजूरी लिए कोई निर्माण नहीं हो सकता है, मगर नगर पालिका गोहद ने भी इस अवैध निर्माण को रोकने के लिए कोई हिम्मत नहीं की है।
माकपा नेता रशीद खान ने बताया कि जिन पर गंभीर अपराधों पर मुकद्दमा लगना चाहिए था, लेकिन मामूली धाराओं में क्रॉस मामला पुलिस द्वारा बना लिया गया है, जो मौके पर भी नहीं थे, उन्हें भी पुलिस ने झूठा मुजरिम बना दिया है, इससे यह प्रतीत होता है कि कानून का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है। बाम जन संगठनों ने सौंपे ज्ञापन में पांच दिवस का समय दिया है, जिसमें मांग की गई है कि स्थगन की अव्हेलना एवं फायरिंग कर दहशत फैलाने वालों पर रोक लगाने मारपीट कर मोबाइल छीनने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ-साथ शांति व्यवस्था कायम किए जाने एवं गोहद टीआई तथा तहसीलदार अनिल पटेल का तबादला किए जाने की मांग ज्ञापन में उल्लेख की गई है।
इस मौके पर मप्र किसान सभा महासचिव राजेश शर्मा, गोहद नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर, माकपा जिला सचिव ओपी बाथम, गोहद माकपा इकाई सचिव रशीद खां, राजेन्द्र सिंह कुशवाहा, रजनी खटीक, हरिशंकर माहौर, मुन्नीबाई माहौर, बॉबी खान, अयूब खान, अवधेश माहौर, सुनील माहौर, खरगू माहौर के अलावा दलित शोषण मुक्ति मंच, मुस्लिम अधिकार मंच, जनवादी महिला समिति, मप्र किसान सभा, सीटू के पदाधिकारी एवं आधा सैकड़ा कार्यकर्ता जिसमें महिलाएं भारी संख्या में उपस्थित थीं। ज्ञापन में पांच दिवस का समय दिया गया है। उल्लेखनीय है निविदाओं पर कार्रवाई नहीं होने पर गोहद के नागरिकों द्वारा जन आंदोलन करने की चेतावनी उक्त ज्ञापन में दी गई है।