जो दबा-दबाकर खाता है वह दवाखाने जाता है : प्रतीक सागर महाराज

भिण्ड, 03 दिसम्बर। संत जो कहते हैं वह सत्य नहीं है, मगर जो सत्य है वही संत कहते हैं। अनेकांत और स्यादवाद के सिद्धांत को लेकर जीने वाला जिंदगी में सफलता की सीढिय़ों को प्राप्त करता है, सबको साथ लेकर चलना अनेकांत है और वस्तु के कथन करने की शैली का नाम स्यादवाद है। यह उद्गार मप्र शासन के राजकीय अतिथि क्रांतिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर महाराज ने हाउसिंग कॉलोनी स्थित शहीद चौक पर विराट धर्मसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि जो दबा-दबाकर खाता है वह दवाखाने जाता है। खाने और बोलने में संयम होना चाहिए, बुजुर्गों को जरूरत से ज्यादा नहीं बोलना चाहिए, अधिक बोलने से उनकी मर्यादा समाप्त होती है। बच्चों के पैर चंचल होते हैं, जवान आदमी का रोम-रोम चंचल होता है, बुजुर्ग आदमी की जुबान चंचल होती है। बिना मांगे किसी को सलाह नहीं देना चाहिए। आपकी सलाह बहुत कीमती है, बुजुर्गों के चेहरे पर पड़ी हुई एक एक झुर्रियों पर जीवन के अनेकों अनुभव लिखे होते हैं, जो आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादाई हो सकते हैं, जिस घर में बुजुर्गों का अनादर होता है उस घर से लक्ष्मी रूठ जाती है और दरिद्रता डेरा डाल देती है।
मुनिश्री ने धाराप्रवाह वाणी को जारी रखते हुए आगे कहा कि कितने वर्ष जिए यह महत्वपूर्ण नहीं है, किस तरह जिए यह महत्वपूर्ण है कि तीर्थंकर महावीर जैसे महापुरुष केवल 72 साल इस दुनिया में जिए, मगर आज भी दुनिया उन्हें याद करके अपने चरित्र का निर्माण करती है। क्योंकि वह अपने जीवन को तीर्थ बना कर जिए तमाशा बनाकर नहीं। लोग नाटक देखते हैं और अपनी जिंदगी को भी नाटक बना लेते हैं जिंदगी में नाटक जरूर देखें मगर जिंदगी को नाटक ना बनने दें। घर के बाहर रंगोली बनाते हैं उस में आने को रंग भरते हैं। जबकि दो-चार घण्टे में वह रंग समाप्त हो जाने वाले हैं, तो क्यों ना इतने वर्षों की जिंदगी में हम रंग भरकर जिए बेजान और बोरियत भरी जिंदगी ना जिए संगीतमय जिंदगी जिए। दुनिया में किसको गम कम है जिंदगी का नाम ही कभी खुशी कभी गम है।

धर्मसभा के प्रारंभ में गणाचार्य श्री पुष्पदंत सागर महाराज का चित्र अनावरण कर दीप प्रज्वलन किया गया। समाज श्रेष्ठियों ने मुनिश्री के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य प्राप्त किया तथा बालिकाओं ने मुनिश्री के कर कमलों में शास्त्र भेंट किया। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में मनोज जैन ने बताया कि क्रांतिवीर मुनि श्री प्रतीक सागर महाराज के पांच दिसंबर तक सुबह 8:30 से 10:30 बजे तक धर्मसभा का आयोजन हाउसिंग कॉलोनी स्थित शहीद चौक पर ही किया जाएगा तथा छह दिसंबर को विराट धर्मसभा का आयोजन महावीर चौक में होगा। प्रतिदिन शाम 5:30 बजे आनंद यात्रा पारसनाथ दिगंबर जैन मन्दिर गली नं.एक नई आबादी पचासा पर आयोजित होगी, वहीं मुनिश्री का प्रवास रहेगा।